Edited By Saurabh Pal, Updated: 05 Jul, 2024 06:29 PM
हरियाणा में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, उससे पहले हरियाणा सरकार के सामने पहले तो सरपंचों की नाराज़गी से निपटने की चुनौती थी। जिसे लगभग खत्म करने का सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है...
सोनीपत(सन्नी मलिक): हरियाणा में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, उससे पहले हरियाणा सरकार के सामने पहले तो सरपंचों की नाराज़गी से निपटने की चुनौती थी। जिसे लगभग खत्म करने का सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है। वहीं सरपंचों के बाद अब हरियाणा के जिला पार्षद सरकार के सामने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोलने को तैयार हैं। सोनीपत के जिला पार्षद और वाइस चेयरमैन ने सांझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसका ऐलान कर दिया है।
हरियाणा सरकार के खिलाफ लगभग सभी वर्गों ने अपनी-अपनी मांगों को लेकर मोर्चे खोले हैं। किसान, सरपंच, छात्रों, कर्मचारी और अब जिला पार्षद भी सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर आंदोलन की राह पर दिखाई दे रहे हैं। जिला पार्षदों ने कई जिलों में इसको लेकर अभियान भी शुरू कर दिया है। आज सोनीपत के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में जिला परिषद की वाइस चेयरमैन कल्पना ने जिला पार्षदों के साथ मिलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सरकार को जिला पार्षदों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का अल्टीमेटम दे डाला। जिला पार्षदों ने सरकार को 4 दिन का समय दिया है और उसके बाद जिला पार्षद सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की रणनीति बना रहे हैं। जिला पार्षदों की मांग है कि डीपीसी बनाई जाए। सरपंचों और विधायकों की तरह उनको भी ग्रांट दी जाए, उनका मानदेय भी बढ़ाया जाए।
जिला पार्षद संजय बदवासनी ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सरकार के सामने वो कई बार लिखित में अपनी मांगे रख चुके हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगे नहीं मानी गई हैं। हम जिला पंचायत की अहम कड़ी है लेकिन हमारे पास करने को कुछ नही है, हर जिला पार्षद 60 हजार वोटों में से बनाता है, लेकिन हम विकास कार्य नही करवा पा रहे है , जनता हमें ताने दे रही है।
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