Edited By vinod kumar, Updated: 18 Nov, 2019 04:45 PM
यातायात में सबसे बड़ी बाधा ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रालियां बन रही हैं। जिनकी वजह से आए दिन सड़क हादसों में वृद्धि हो रही है। अब धान के सीजन में दिनरात पराली से भरी टै्रक्टर-ट्राली बिना किसी बेरोक-टोक के चल रही हैं। कई बार भूसे से भरी ट्रैक्टर-ट्राली सड़क...
पूंडरी(अतुल) : यातायात में सबसे बड़ी बाधा ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रालियां बन रही हैं। जिनकी वजह से आए दिन सड़क हादसों में वृद्धि हो रही है। अब धान के सीजन में दिनरात पराली से भरी टै्रक्टर-ट्राली बिना किसी बेरोक-टोक के चल रही हैं। कई बार भूसे से भरी ट्रैक्टर-ट्राली सड़क के बीचों-बीच पुलिस कर्मचारियों की मिलीभगत से चलती है और जाम की स्थिति भी पैदा कर देती है। पूंडरी से कैथल मार्ग पर सड़क के दोनों तरफ पराली के ठेकेदारों द्वारा पराली खरीद की जा रही है। जिससे पूरा दिन सड़क पर ओवरलोड पराली की ट्राली खड़ी रहती है।
जिससे वाहनों को उनके साथ गुजरने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। छोटे वाहन चालक नरेश कुमार, राजाराम, सोहनलाल, कृष्ण कुमार व जयभगवान ने बताया कि सबसे ज्यादा दिक्कत तो रात के समय आती है, जब सामने से दूसरे वाहन की लाइट पडऩे से आगे जा रही ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्राली दिखाई नहीं देती और दुर्घटना का कारण बनती है। इन ट्रालियों के पीछे व साइड में कोई रिफ्लैक्टर तक नहीं लगा होता। ये ट्रालियां अधिकतर रात में ही चलती हैं और एक ट्रैक्टर के पीछे 2-2 ट्रालियां लगी होती हैं।
कई बार सड़क पर ही ट्राली के पलट जाने से कई-कई घंटे जाम लग जाता है। सरकार को चाहिए कि इस प्रकार के ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रालियों के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पूंडरी के थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि ओवरलोड वाहनों के चालान काटने की पावर आर.टी.ओ. को होती है। उसके बावजूद जो व्यापारी कैथल-करनाल रोड के पास या अन्य जगह पराली लगाते हंै, सोमवार को तहसीलदार साहब के साथ जाकर इन लोगों को रोका जाएगा।