Edited By Deepak Kumar, Updated: 31 Jul, 2025 02:15 PM

आईएमए की हरियाणा इकाई ने मंगलवार को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर 500 करोड़ रुपये की बकाया प्रतिपूर्ति राशि का भुगतान जल्द नहीं किया गया, तो राज्य के 650 निजी अस्पताल 7 अगस्त से केंद्र की आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों का...
डेस्क: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की हरियाणा इकाई ने मंगलवार को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें चेतावनी दी गई है कि अगर 500 करोड़ रुपये की बकाया प्रतिपूर्ति राशि का भुगतान जल्द नहीं किया गया, तो राज्य के 650 निजी अस्पताल 7 अगस्त से केंद्र की आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों का इलाज बंद कर देंगे। आईएमए (हरियाणा) के अधिकारियों ने बताया कि इस योजना का संचालन "गंभीर रूप से प्रभावित" हो रहा है। मार्च से अब तक अधिकांश निजी अस्पतालों को उनकी बिल की गई राशि का केवल 10-15% ही वापस मिला है, जिससे उन्हें अपनी पूंजी से खर्च उठाने या मरीजों को वापस भेजने की नौबत आ रही है।
आईएमए (हरियाणा) के अध्यक्ष डॉ. महावीर जैन ने कहा, "स्थिति पहले से भी खराब है। समय पर भुगतान के बिना अस्पताल इस योजना के तहत मुफ्त इलाज जारी नहीं रख सकते। अब इसे आर्थिक रूप से चलाना असंभव हो गया है।" हरियाणा सरकार के आंकड़ों के अनुसार, आयुष्मान भारत योजना के तहत राज्य में 1,300 अस्पताल सूचीबद्ध हैं, जिनमें 650 निजी अस्पताल और 60 गुड़गांव के अस्पताल शामिल हैं। राज्य में लगभग 1.8 करोड़ लोग इस योजना के तहत पंजीकृत हैं, जिसे केंद्र सरकार ने 2018 में शुरू किया था। योजना के तहत 5 लाख रुपये तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
आयुष्मान भारत योजना में नियमित जांच से लेकर सर्जरी तक की सुविधाएं शामिल हैं, जिसका लाभ 2.5 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवार, बुजुर्ग और अन्य पात्र लोग उठा सकते हैं। योजना के तहत पंजीकृत अस्पताल मरीजों को मुफ्त इलाज देते हैं और बाद में सरकार से ऑनलाइन पोर्टल के जरिए प्रतिपूर्ति मांगते हैं। प्रतिपूर्ति राशि की समीक्षा और मंजूरी एक राज्य एजेंसी द्वारा की जाती है, जिसके बाद भुगतान किया जाता है।
आईएमए-हरियाणा के सचिव डॉ. धीरेंद्र के. सोनी ने कहा, "सरकार ने हमें वादा किया था कि इस साल की शुरुआत में मुख्यमंत्री के साथ हमारी बैठक के बाद बकाया राशि का भुगतान किया जाएगा, लेकिन भुगतान में देरी हुई और कई अस्पतालों को मनमाने कटौतियों के साथ भुगतान मिला।" जनवरी में जारी अल्टीमेटम के बाद सरकार ने बकाया राशि जारी कर दी थी और सेवाएं बाधित नहीं हुईं।
हरियाणा में आयुष्मान भारत योजना की संयुक्त सीईओ अंकिता अधिकारी ने मंगलवार शाम तक टिप्पणी के अनुरोधों का जवाब नहीं दिया। गुड़गांव के 60 निजी अस्पताल योजना का हिस्सा हैं, जिनमें पार्क अस्पताल, सेंटर फॉर साइट, पुष्पांजलि अस्पताल, मुस्कान डेंटल्स, कमला अस्पताल आदि शामिल हैं। शहर के एक निजी अस्पताल के डॉक्टर ने कहा, "हम 7 अगस्त से आयुष्मान भारत योजना के तहत नए मरीजों को भर्ती करना बंद कर देंगे। आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी, लेकिन नियोजित प्रक्रियाएं स्थगित रहेंगी।" योजना के लाभार्थी इस सेवा निलंबन से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
गुड़गांव के 41 वर्षीय ड्राइवर कमलेश सिंह ने कहा, "मुझे कान की सर्जरी करवानी है। इस योजना ने कोविड-19 महामारी के दौरान मेरी जान बचाई, लेकिन अब मुझे नहीं पता कि जरूरत पड़ने पर इलाज मिलेगा या नहीं।"
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)