Edited By Yakeen Kumar, Updated: 30 Jul, 2025 10:05 PM

प्रदेश का वो युवा सांसद जो नई दिल्ली स्थित पार्लियामेंट (संसद भवन) में ट्रैक्टर लेकर पहुंच गया। संसद भवन के आगे ट्रैक्टर खड़ा देखकर पुलिस प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। इस ट्रैक्टर मार्च ने भारतीय मीडिया का खूब ध्यान खींचा था।
हरियाणा डेस्क : प्रदेश का वो युवा सांसद जो नई दिल्ली स्थित पार्लियामेंट (संसद भवन) में ट्रैक्टर लेकर पहुंच गया। संसद भवन के आगे ट्रैक्टर खड़ा देखकर पुलिस प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। इस ट्रैक्टर मार्च ने भारतीय मीडिया का खूब ध्यान खींचा था। संसद भवन के बाहर ट्रैक्टर होने की जानकारी मिलने के बाद इस युवा सांसद के पास लोकसभा स्पीकर से लेकर कई बड़े नेताओं के फोन आए। आईये जानते हैं कौन है ये सांसद।
संसद भवन में ट्रैक्टर लेकर पहुंचने वाले ये व्यक्ति हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला हैं। दुष्यंत चौटाला ने 15 दिसंबर 2017 को संसद के शीतकालीन सत्र में भाग लेने के लिए पार्लियामेंट तक ट्रैक्टर द्वारा यात्रा की थी। उस समय वह देश के सबसे युवा सांसद (26 वर्ष) थे, जो हिसार लोकसभा से INLD पार्टी से सांसद चुने गए थे।
ट्रैक्टर को कमर्शियल व्हीकल की श्रेणी से बाहर रखवाना था- दुष्यंत

दुष्यंत चौटाला ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि उनका पार्लियामेंट में ट्रैक्टर लेकर जाने का उद्देश्य 'मोटर वाहन अधिनियम' से संबंधित कुछ नियमों में बदलाव के विरोध जताना था। जिसके लिए वह हरे रंग के ट्रैक्टर पर सवार होकर संसद पहुँचे। उन्होंने दावा किया कि इन नियमों से किसानों की परेशानियाँ बढ़ेंगी। उन्होंने कहा, "मैंने ट्रैक्टर को कृषि वाहन न मानकर केवल वाहन घोषित करने वाले अधिनियम के नियमों में बदलाव का विरोध करने के लिए यह ट्रैक्टर चलाया।
बहादुरगढ़ के एक दोस्त से मंगवाया ट्रैक्टर
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि ट्रैक्टर को कमर्शियल व्हीकल घोषित करने के लिए जब गैजेट्स नोटिफिशन आई तो उस दिन शनिवार था। उसी दिन रात को बहादुरगढ़ के एक दोस्त से ट्रैक्टर मंगाया। दुष्यंत ने बताया कि दिल्ली लाने के लिए सबसे पहले ट्रैक्टर का पॉल्यूशन पासऔर इंश्योरेंस करवाया। रात को करीब 12 बजे से ट्रैक्टर दिल्ली लाया गया। वहीं एक दिन पहले ही पुलिस वेरिफेकेशन भी करवा लिया था। दुष्यंत ने बताया कि दिल्ली पुलिस को पता चला कि ये ट्रैक्टर है तो उन्होनें लिस्ट से कैंसिल कर दिया।
भीड़ की वजह से पीएम भी नहीं निकल सके बाहर
चौटाला ने बताया कि अगले दिन सत्र शुरु होने से पहले वो ट्रैक्टर से संसद पहुंच गए। अचानक सदन में सूचना मिली की किसी का निधन हो गया। इस वजह से लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों की कार्रवाई स्थगित कर दी गई। चौटाला ने बताया कि सभी सांसदों के एकदम बाहर आने से गेट के बाहर भीड़ लग गई। वहीं पीएम का एग्जिट गेट भी साथ में ही था। उन्होनें बताया कि वहां ट्रैक्टर खड़ा होने की वजह से पीएम, स्पीकर और ना ही चेयरमैन बाहर निकल पाए। करीब 1 घंटे में पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।
स्पीकर ने फोन कर तुरंत मिलने को कहा
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि पुलिस ने मुझे अरेस्ट करने को कहा। लेकिन मैंने दलील दी कि इस तरह से आप गिरफ्तार नहीं कर सकते। चौटाला ने बताया कि कुछ देर बाद तात्कालिन लोकसभा स्पीकर सुमीत्रा महाजन ने फोन कर मुझे बुलाया। वहां जाने के बाद स्पीकर ने कहा कि "ये तूने किया क्या जो ट्रैक्टर ही पार्लियामेंट में ले आए, ये आप यहां नहीं ला सकते"। चौटाला ने बताया कि इस बात पर मैनें जवाब दिया कि जब अटल बिहारी पार्लियामेंट में बैलगाड़ी ला सकते हैं तो मैं ट्रैक्टर क्यों नहीं ला सकता?

अगले दिन नोटिफिकेश वापस ली गई
चौटाला ने बताया कि ट्रैक्टर को कमर्शियल व्हीकल की श्रेणी में लाने के विरोध में फिर पूरे देश में बहस शुरु हुई। इससे देश के कई बड़े-बड़े नेताओं ने इसके विरोध में प्रैस-कॉन्फ्रेंस की। चौटाला ने बताया कि इस वजह से अगले ही दिन ये नोटिफिकेशन वापस ली गई।
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