Edited By Manisha rana, Updated: 30 Jul, 2025 02:14 PM

ना पति, ना बच्चे, केवल विधवा पेंशन का सहारा और अब घर की छत भी गिर गई। बराड़ा के गांव तलहेड़ी रांगडान की विधवा महिला के घर की कच्ची छत बारिश में गिर गई।
बराड़ा (अनिल कुमार) : ना पति, ना बच्चे, केवल विधवा पेंशन का सहारा और अब घर की छत भी गिर गई। बराड़ा के गांव तलहेड़ी रांगडान की विधवा महिला के घर की कच्ची छत बारिश में गिर गई।

जानकारी के मुताबिक करीब 65 वर्षीय विधवा महिला लक्ष्मी देवी ने बताया कि करीब 30 वर्ष पहले उसके पति की बीमारी से मौत हो गई। जिसके बाद वह अपने दो बच्चों (एक लडक़ा, एक लडक़ी) के साथ मजदूरी और विधवा पेंशन के जरिये घर का गुजारा करने लगी, लेकिन दोनों बच्चों की जवानी में बीमारी के कारण मौत हो गई। अब करीब दस वर्ष से वह अकेली दो कमरों के घर में रह रही है और पेंशन ही एकमात्र सहारा है। बीती रात बारिश के दौरान एक कमरे की छत गिर गई। वह दौडक़र दूसरे कमरे में गई।
लक्ष्मी ने बताया कि उसने आनन-फानन में कुछ सामान तो बचाया, लेकिन काफी सामान छत की मिट्टी के नीचे आकर खराब हो गया। अब उसे दूसरे कमरे की छत के गिरने का भी खतरा सता रहा है। उन्होंने बताया कि वह कई बार आवेदन कर चुकी है, लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें आवास की कोई सुविधा नहीं दी गई। उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। वहीं गांव के सरपंच रिंकू मचल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। सरपंच ने भी प्रशासन से विधवा बुजुर्ग के लिए स्पेशल जांच की आवास सुविधा दिलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत की तरफ से जो भी बन पड़ेगा, उनकी मदद की जाएगी।
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