Edited By Manisha rana, Updated: 25 Dec, 2025 12:09 PM

हरियाणा में लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव ने उत्तराखंड की तर्ज पर लिव-इन रिलेशनशिप के लिए अनिवार्य पंजीकरण और सख्त नियमों की मांग उठाई है।
जींद (अमनदीप पिलानिया) : हरियाणा में लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव ने उत्तराखंड की तर्ज पर लिव-इन रिलेशनशिप के लिए अनिवार्य पंजीकरण और सख्त नियमों की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप से सामाजिक व्यवस्था खराब हो रही है और ऐसे रिश्तों का पूरा रिकॉर्ड सरकार के पास होना चाहिए। विधायक ने जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर इस मुद्दे पर कानून लाने की मांग करने की बात कही।
इस मुद्दे पर हरियाणा की खाप पंचायतें लंबे समय से विरोध जता रही हैं। खाप प्रतिनिधि सुमन्द्र फोर प्रेस प्रवक्ता माजरा खाप ओर जितेंद्र छात्र राष्ट्रीय प्रेस प्रवक्ता पुनिया खाप ने लिव-इन को समाज की जड़ों को कमजोर करने वाली 'बीमारी' बताते हैं और इसे पूरी तरह प्रतिबंधित करने या जड़ से खत्म करने की मांग कर रहे हैं। वे पारंपरिक पारिवारिक मूल्यों और सामाजिक संरचना की रक्षा के लिए एकजुट हैं। यदि सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाए तो खापें बड़ा सामाजिक आंदोलन और प्रदेशव्यापी कार्रवाई करने की चेतावनी दे रही हैं।
गौरतलब है कि खाप पंचायतें पहले भी लिव-इन, समगोत्र विवाह और लव मैरिज जैसे मुद्दों पर सरकार से संशोधन की मांग कर चुकी हैं। शीतकालीन सत्र में इस मुद्दे के उठने से एक बार फिर बहस तेज हो गई है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कानून नहीं बना है। समाजशास्त्रियों का मानना है कि यह मुद्दा परंपरा और आधुनिकता के बीच टकराव को दर्शाता है। आने वाले दिनों में खापों की रणनीति और सरकार का रुख इस पर निर्णायक होगा।
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