Edited By Manisha rana, Updated: 30 Jul, 2025 08:55 AM

यमुनानगर जिले में खैर तस्करों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि अगर उन्हें खेर की तस्करी से रोका जाता है तो वह उन पर जानलेवा हमला करने से गुरेज नहीं करते।
यमुनानगर (परवेज खान) : यमुनानगर जिले में खैर तस्करों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि अगर उन्हें खेर की तस्करी से रोका जाता है तो वह उन पर जानलेवा हमला करने से गुरेज नहीं करते। ताजा मामला यमुनानगर जिले के आमवाला गांव से सामने आया है। जहां वन विभाग के कर्मचारी अंकित गुर्जर को गुप्त सूचना मिली कि कोट गांव से खैर तस्कर सफेद रंग की स्कॉर्पियो में खैर भरकर बेचने जा रहे हैं। वन विभाग के कर्मचारियों ने सफेद रंग की स्कॉर्पियो के पीछे काले रंग की थार लगा दी। जैसे ही खैर तस्करों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने वन विभाग के कर्मचारियों पर जानलेवा हमला कर दिया।

खैर तस्करों ने स्कॉर्पियो से थार को कई बार टक्कर मारी जिससे दोनों कारें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वन विभाग के कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह नहीं की। करीब 15 किलोमीटर दूर जाकर खैर तस्करों के सांस फूल गए और वो आमवाला गांव के खेतों में खैर से भरी स्कॉर्पियो छोड़कर भाग गए। इस बीच उन्होंने बिलासपुर कस्बे में एक रेहडी वाले को भी टक्कर मार दी जिससे उसकी जान तो बच गई लेकिन उसको करीब ₹25 हज़ार का नुकसान हुआ। मांगेराम की पूरी रेहडी टूट गई और वह पलट भी गई।
वहीं जान पर खेलने वाले फारेस्ट विभाग के गार्ड अंकित गुर्जर ने बताया कि सफेद रंग की स्कॉर्पियो में खैर तस्करों को रोकने का इशारा किया तो उन्होंने कार में तीन बार टक्कर मारी। लेकिन हमने उनका पीछा करना नहीं छोड़ा और आखिरकार वह आमवाला गांव के खेतों में स्कॉर्पियो छोड़कर भाग निकले।
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