हरियाणा में अगले सप्ताह तक हो सकती है नए कांग्रेस जिलाध्यक्षों की नियुक्ति! जल्द होगा नए प्रदेशाध्यक्ष का ऐलान

Edited By Manisha rana, Updated: 27 Jul, 2025 03:00 PM

new congress district presidents may be appointed in haryana by next week

हरियाणा कांग्रेस में प्रदेशाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर कवायद तेज हो गई है और पिछले कई दिनों से नई दिल्ली में बैठकों का सिलसिला जारी है।

चंडीगढ़ : हरियाणा कांग्रेस में प्रदेशाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर कवायद तेज हो गई है और पिछले कई दिनों से नई दिल्ली में बैठकों का सिलसिला जारी है। इस कड़ी में पिछले दिनों हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी बी. के. हरिप्रसाद की ओर से साफ किया गया कि इस माह के अंत तक जिलाध्यक्षों की नियुक्तियां कर दी जाएंगी। बी. के. हरिप्रसाद की इस घोषणा के बाद प्रदेश में कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं के चेहरों पर खुशी नजर आने लगी है कि आखिर पार्टी नेतृत्व ने उनके मन की बात को जाना और अब जल्द ही नए संगठन के साथ हरियाणा में कांग्रेस एक मजबूत पार्टी बनकर उभरेगी। 

इससे पहले इसी वर्ष 2 जून को कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा कांग्रेस के बड़े चेहरों के साथ बैठक कर संगठन की रणनीति पर मंथन किया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुर्जेवाला का नाम तो चर्चा में है ही वहीं जातीय समीकरणों को साधते हुए कुमारी सैलजा, राव दान सिंह व डा. अशोक तंवर का नाम भी चर्चा में चल रहा है। उल्लेखनीय है कि 2014 के बाद कांग्रेस में जिलाध्यक्ष एवं ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति नहीं हुई है। संगठन न होने का खमियाजा कांग्रेस को चुनावों में भी भुगतना पड़ा है।

सियासी विश्लेषक मानते हैं कि कांग्रेस में गुटबाजी के चलते ही नया संगठन बनाने में लगातार विलंब होता चला आ रहा है, लेकिन अब शीर्ष नेतृत्व को इस बात का अहसास हो गया है कि संगठन बनाना जरूरी है ताकि जिला एवं ब्लॉक स्तर पर भी पार्टी की गतिविधियां निरंतर जारी रहें। इसके लिए सभी जिलों में नियुक्तियों के लिए एक पैनल बनाया गया जिसमें शामिल नेताओं ने सभी जिलों में पड़ाव डाला और फीडबैक प्राप्त करने के साथ-साथ उन्होंने जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर आवेदन भी लिए और उसके बाद 3-3 नामों के पैनल हाईकमान को भेज दिए गए। इन पैनल में शामिल नामों को लेकर शीर्ष नेतृत्व द्वारा प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेताओं से विचार-विमर्श करने के बाद अब जिलाध्यक्षों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है और ऐसे संकेत मिले हैं कि आने वाले एक सप्ताह में पार्टी शीर्ष नेतृत्व जिलाध्यक्षों की नियुक्तियों की सूची जारी कर सकता है।

आपसी गुटबाजी के चलते अब तक नहीं हो सकी हैं नियुक्तियां ऐसा भी माना जा रहा है कि पिछले काफी वर्षों से लंबित पड़ी कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की नियुक्ति अब जल्द ही हो जाएगी। 22 जिलों में 32 जिलाध्यक्ष बनाए जाने हैं। अंबाला में सबसे अधिक 3 जिलाध्यक्ष बनाए जाने हैं। ऐसे ही सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, हिसार, पानीपत, यमुनानगर, करनाल व भिवानी में 2-2 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी जबकि शेष जिलों में एक-एक जिलाध्यक्ष बनाए जाएंगे। जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद कांग्रेस की नई कार्यकारिणी में नए प्रदेशाध्यक्ष के साथ-साथ कई वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रधान महासचिव, सहित कई महासचिव, सचिव, उपाध्यक्ष नियुक्त किए जा सकते हैं। सियासी पर्यवेक्षकों का मानना है कि कांग्रेस में अलग-अलग नेताओं की एक धड़ेबंदी है और ऐसे में यह माना जा रहा है कि तमाम नेताओं को संतुष्ट करने और एडजस्ट करने के इरादे से ही कांग्रेस की कार्यकारिणी जम्बो आकार की हो सकती है। कांग्रेस हाईकमान ऐसा नहीं चाहेगा कि प्रदेश कार्यकारिणी या जिला कार्यकारिणी के नजरिए से किसी भी बड़े नेता को नाराज किया जाए। ये नियुक्तियां तब से लंबित हैं जब 2014 में कांग्रेस में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुल और कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष डा. अशोक तंवर के बीच गुटबाजी खुलकर सामने आई थी।

पौने 11 वर्ष से सत्ता से बाहर है कांग्रेस
कांग्रेस पिछले करीब पौने 11 वर्ष से प्रदेश में सत्ता से बाहर है और कांग्रेस पिछले करीब पौने 11 साल से अपना नया संगठन नहीं बना पाई है तथा इस दौरान कांग्रेस के 3 प्रदेशाध्यक्ष और 4 प्रभारी बदल चुके हैं। फरवरी 2014 में फूलचंद मुलाना की जगह अशोक तंवर को अध्यक्ष बनाया गया। तवर संगठन खड़ा नहीं कर सके तो सितम्बर 2019 में उनकी जगह कुमारी सैलजा को प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया। इसी तरह से सैलजा को भी अप्रैल 2022 में हटा दिया गया और होडल के पूर्व विधायक उदयभान को प्रदेश प्रमुख बनाया गया। इस अवधि के दौरान कांग्रेस अनेक प्रभारी भी बदल चुकी है। 2014 में पहले जनार्दन द्विवेदी को प्रभारी बनाया गया। बाद में यह जिम्मेदारी गुलाम नबी आजाद को दी गई। फिर विवेक बसल को प्रभारी बनाया गया तो उसके बाद शक्ति गोहिल को प्रभारी बनाया गया। ऐसे ही गोहिल के बाद दीपक बाबरिया को प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई तो वर्तमान में बी. के. हरिप्रसाद को हरियाणा कांग्रेस का प्रभारी नियुक्त किया गया है।

(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!