Edited By Manisha rana, Updated: 27 Jul, 2025 03:48 PM

हरियाणावासियों के लिए अच्छी खबर आई है। सूबे में खराब मौसम में भी फ्लाइट उड़ सकेंगी।
हरियाणा डेस्क: हरियाणावासियों के लिए अच्छी खबर आई है। सूबे में खराब मौसम में भी फ्लाइट उड़ सकेंगी। इसके लिए सरकार के सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। हिसार एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ से AAI (एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) को पत्र लिखा गया है।
बताया जा रहा है कि पत्र में पुरानी विज़ुअल फ्लाइटस रूल्स (VFR) को इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल्स (IFR) में बदलने की मांग की गई है। इस तकनीक के बदलने से पायलट खराब मौसम या कम दृश्यता की स्थिति में उड़ान भरने के लिए आवश्यक बाहरी दृश्य संकेतों पर बिना भरोसा कर आसानी से उड़ान भर सकते हैं। पायलट पुराने VFR तकनीक में बाहरी संकेतों पर ही निर्भर रहते थे। इस कारण कम विजिब्लिटी में पायलटों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था।
जानें क्या होता है VFR व IFR
इसे दृश्य उड़ान नियम भी कहा जाता है। इसका मतलब है कि विमान को इस तरह से उड़ाया जाता है कि पायलट जमीन और अन्य विमानों को स्पष्ट रूप से देख सके और एक सुरक्षित दूरी बनाए रखते हुए उड़ान भर सके। VFR (विज़ुअल फ्लाइटस रूल्स) उड़ान के लिए, मौसम की स्थिति अच्छी होनी चाहिए, ताकि दृश्यता बनी रहे और पायलट को जमीन और अन्य विमानों को देखने में कोई परेशानी न हो। VFR पायलट दृश्य संकेतों, जैसे कि इलाके, सड़कों और अन्य विमानों का उपयोग करके नेविगेट करते हैं। वहीं IFR (इंस्ट्रूमेंट फ्लाइट रूल्स) खराब मौसम या कम दृश्यता की स्थिति में उड़ान भरने के लिए आवश्यक है।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)