Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 28 Jul, 2025 02:34 PM

सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी वर्क सस्पेंड करने की तैयारी में है। इसके लिए उन्होंने हरियाणा सरकार को अल्टीमेटम देते हुए अपनी मांगों का ज्ञापन भेज दिया है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी वर्क सस्पेंड करने की तैयारी में है। इसके लिए उन्होंने हरियाणा सरकार को अल्टीमेटम देते हुए अपनी मांगों का ज्ञापन भेज दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वह 4 अगस्त को वर्क सस्पेंड कर देंगे। हालांकि चेतावनी के तौर पर यह वर्क सस्पेंशन दो घंटे का होगा, लेकिन उसके बाद भी सरकार नहीं चेती तो वह बड़ा आंदोलन करते हुए स्वास्थ्य सेवाएं ठप करने जैसा कदम भी उठा सकते हैं।
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दरअसल, हरियाणा ने जियो फेंसिंग बेस्ड अटैंडेंस की शुरूआत की है। इसका सिविल अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। इसको लेकर कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया है। डॉक्टरों और कर्मचारियों ने कहा कि इस अटैंडेंस के कारण स्टाफ को काफी दिक्कत आ रही है। यही कारण है कि उन्होंने इसे हटाने की मांग की है। इसके लिए सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम भी दिया है।
कर्मचारी एकता यूनियन के प्रधान हरिराज ने बताया कि हरियाणा सरकार ने जियो फेंसिंग बेस्ड अटेंडेंस को लागू किया है जिससे लोकेशन के साथ ही डॉक्टरों और कर्मचारियों की उपस्थिति को सुनिश्चित किया जा सकेगा। हालांकि, डॉक्टरों और कर्मचारियों का मानना है कि इससे उनकी निजता और काम के तरीके पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। डॉक्टरों की माने तो जिस डॉक्टर पर कोरोना में फूलों की बारिश हो रही थी, डॉक्टरों के लिए थाली और ताली बजाने का काम किया गया था, उन्हें डॉक्टर को सरकार कामचोर साबित कर रही है,जो ठीक नहीं है।
आज सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे अपना विराेध दर्ज कराते हुए 4 अगस्त को दो घंटे का वर्क सस्पेंड रखेंगे।