Edited By Manisha rana, Updated: 25 Jul, 2025 10:46 AM

हरियाणा सरकार व प्रशासन के लिए चुनौती बनी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट यानी CET की परीक्षा में आज का ही दिन बचा है।
रोहतक (दीपक भारद्वाज) : हरियाणा सरकार व प्रशासन के लिए चुनौती बनी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट यानी CET की परीक्षा में आज का ही दिन बचा है। कल तो परीक्षा है। अब अध्यापकों ने इसका विरोध कर दिया है। अध्यापकों का कहना है जो ड्यूटी उनकी लगाई गई है वह उनके शान के खिलाफ है और वह हर हाल में CET की परीक्षा में ड्यूटी नहीं करेंगे। यही नहीं अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। हालांकि अधिकारी अध्यापकों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अध्यापकों ने स्पष्ट कर दिया है कि वह CET की परीक्षा में बसों में ड्यूटी नहीं करेंगे।
दरअसल अध्यापकों को जो ड्यूटी मिली है वह उनकी शान के खिलाफ है यह हम नहीं बल्कि खुद अध्यापक संघ कह रहा है। प्राथमिक शिक्षक संघ के तहत अध्यापक CET की परीक्षा में ड्यूटी देने के लिए ट्रेनिंग लेने के लिए रोहतक जिला विकास भवन में आए थे, जिसके तहत अध्यापकों ने ट्रेनिंग के तुरंत बाद जिला विकास भवन के बाहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। अध्यापकों का कहना है कि किसी भी सूरत में बसों में ड्यूटी नहीं करेंगे। अध्यापकों की ड्यूटी इसलिए लगाई गई थी ताकि वह परीक्षा केंद्रों तक अभ्यार्थियों को लेकर जाए और उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया जाए।
प्राथमिक अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर कादयान ने कहा कि वो किसी भी सूरत में बसों में ड्यूटी नहीं करेंगे, क्योंकि यह उनकी शान के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि उनकी ड्यूटी परीक्षा केंद्रों में लगाई जाती तो बेहतर होता। इससे छोटे बच्चों में संदेश गलत जाएगा। ऐसे में उन्होंने इस परीक्षा का विरोध किया है और वह ड्यूटी नहीं करेंगे। वहीं एक और अध्यापिका रमन ने कहा कि CET की परीक्षा देने वाले अभ्यार्थी इतने भी नादान नहीं है कि उनका हाथ पड़कर बस में चढ़ाया जाए।
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