Edited By Vivek Rai, Updated: 16 May, 2022 08:19 PM
हरियाणा के यमुनानगर में प्लाईवुड उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा प्लाइवुड कांक्लेव का आयोजन किया गया। जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जबकि कार्यक्रम में असम के कैबिनेट मंत्री चंद्रमोहन पटवारी, हरियाणा...
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : हरियाणा के यमुनानगर में प्लाईवुड उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा प्लाइवुड कांक्लेव का आयोजन किया गया। जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जबकि कार्यक्रम में असम के कैबिनेट मंत्री चंद्रमोहन पटवारी, हरियाणा के वन पर्यावरण मंत्री कंवर पाल गुर्जर भी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर अपने संबोधन में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि असम व हरियाणा में प्लाईवुड का काफी कारोबार है। इस कारोबार को और बढ़ावा देने के लिए दोनों सरकारों को मिलकर काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी आत्मनिर्भर भारत की बात कही है। जिसके एक पहलू अनुसार इससे विदेशी मुद्रा की बचत हो और भारत को विदेशों में खर्च होने वाली राशि भी खर्च ना करनी पड़े। इसके लिए कार्यक्रम बनाना होगा। उन्होंने कहा कि जो प्लाईवुड निर्माता अपना प्लाई बोर्ड एक्सपोर्ट करेगा उसे मार्केटिंग फीस में छूट दी जाएगी। इसके अलावा जो नया उद्योग 10 वर्ष तक जीएसटी का 100% जमा करेगा सरकार 50% और राशि मिलाकर उसे रिफंड करेगी।
वहीं मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए प्लाईवुड निर्माताओं का एक सुविधा सेंटर भी बनाया जाएगा, जिसमें इस उद्योग को आने वाली समस्याओं का समाधान होगा। इसके अलावा हरियाणा में नया उद्योग लगाने पर उसमें हरियाणा का इंप्लाइज रखने पर 48 हजार रूपए सालाना 7 साल तक फैक्ट्री प्रबंध को दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्लाईवुड उद्योग लगाने के लिए जहां पहले लाइसेंस पर प्रतिबंध था। लोग अपनी मशीन को ब्लैक में बेचते थे। वहीं सरकार ने 2015 में नई नीति बनाकर 1700 के लगभग नए लाइसेंस दिए हैं।
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