Edited By Manisha rana, Updated: 06 Mar, 2023 03:23 PM

कहावत है कि आरोपी चाहे कितना भी शातिर क्यों ना हो आखिर पुलिस की नजरों से नहीं बच सकता। जिसका जीता जागता उदाहरण कैथल से सामने आया है ...
कैथल (जयपाल) : कहावत है कि आरोपी चाहे कितना भी शातिर क्यों ना हो आखिर पुलिस की नजरों से नहीं बच सकता। जिसका जीता जागता उदाहरण कैथल से सामने आया है जहां कैथल की सीआईए वन टीम ने नकली एसएचओ बनकर लोगों को ठगने वाले एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है।

डीएसपी रविंद्र सांगवान ने बताया है कि 4 मार्च को कैथल के निवासी अरुण सराफ ने पुलिस को शिकायत दी थी जिसमें उन्होंने बताया था कि एक आरोपी चार मार्च को उसकी ज्वेलर्स की दुकान पर आया था जिसने अपना परिचय देते हुए बताया कि वह पिहोवा के सदर थाने में बतौर एसएचओ कार्यरत है और उनके घर एक शादी है जिसके लिए उसको गहनों की जरूरत है।
उसके बाद ज्वेलर्स का विश्वास जीतने के लिए ज्वेलर्स के ही फोन से पिहोवा के मंत्री संदीप सिंह से भी बात करवाई जिसके बाद ज्वेलर्स को शातिर अपराधी पर जरा भी शक नहीं हुआ और उसने आरोपी को 870000 की ज्वेलरी दे दी। जब ज्वेलर्स ने गहनों का बिल बनाया तो आरोपी ने कहा कि वह अपनी गाड़ी में ही कैश भूल आया है, आप अपने कर्मचारी को मेरे साथ भेज दो। मैं गाड़ी से इनको कैश दे दूंगा। उसके बाद ज्वेलर्स अरुण सराफ ने अपने एक कर्मचारी को आरोपी युवक के साथ ज्वेलरी देकर भेज दिया। आरोपी युवक ने पहले ही अपनी गाड़ी ज्वेलर्स की दुकान से काफी दूर अपनी गाड़ी खड़ी की हुई थी। जैसे ही ज्वेलर्स का कर्मचारी गाड़ी के पास ज्वैलरी लेकर पहुंचा तो मौके का फायदा उठाते हुए आरोपी युवक ने कर्मचारी से गहने झपट लिए और गाड़ी में बैठ कर भाग गया।
वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए कैथल के एसपी मकसूद अहमद ने इसकी जांच कैथल सीआईए वन को सौंपी थी जिस बीच कैथल की सीआईए टीम ने 24 घंटे से भी पहले वारदात की गुत्थी को सुलझाते हुए पिहोवा के आरोपी रमनदीप को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से धोखे से ठगी गई ज्वेलर्स की सभी ज्वेलरी को रिकवर कर लिया है।
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