Edited By Manisha rana, Updated: 18 Apr, 2021 09:28 AM
प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जानेवाले साइबर सिटी गुडग़ांव में कोरोना की दूसरी लहर ने हालात खराब कर दिए है। कोरोना में अब तक के रिकार्ड ढ़ाई हजार का आंकड़ा पार करने...
गुडग़ांव (ब्यूरो) : प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जानेवाले साइबर सिटी गुडग़ांव में कोरोना की दूसरी लहर ने हालात खराब कर दिए है। कोरोना में अब तक के रिकार्ड ढ़ाई हजार का आंकड़ा पार करने की जानकारी के बाद जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर सवाल उठ रहे है। लॉकडाउन की आशंका के मद्देनजर बड़ी संख्या में मजदूर भी पलायन कर रहे है। करीब 15 महीने के कोरेाना संक्रमण के काल में गुडग़ांव में रिकार्ड ढ़ाई हजार से अधिक मामले सामने के बाद स्थिति खराब हो गई है। सरकारी अस्पताल में कोरोना के सामान्य से गंभीर मरीज व उसके परिजन चक्कर काट रहे है। बेड की कमी से लेकर तमाम जरूरी संसाधनों की कमी के कारण इसका फायदा निजी अस्पताल उठा रहे है।
प्रदेश में सबसे अधिक राजस्व देनेवाला गुडग़ांव में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियों को लेकर सवाल उठ रहे है। करीब 25 लाख की आबादी वाले इस जिले में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के कारण मजदूर से लेकर सामान्य लोग चिंतित है। हांलाकि इस बारे में जिला उपायुक्त ने निजी अस्पताल प्रबंधकों को स त हिदायत दी है कि वह उन्हीं मरीजों को भरती करे जो गंभीर हो। इसके अलावा सभी अस्पतालों को सामान्य बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर की प्रतिदिन जानकारी दें। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और लॉकडाउन की आशंका के मद्देनजर बड़ी सं या में मजदूरों के अलावा नौकरीपेशा भी पलायन कर रहे है। कोरेाना संक्रमण के डर से उनकी परेशानी बढ़ गई है।
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