Edited By vinod kumar, Updated: 27 Jan, 2020 08:41 PM
जाट आंदोलन के दौरान पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के घर तोडफ़ोड़ व आगजनी मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में सुनवाई के लिए आए आरोपियों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। यह सारा घटनाकर्म सुनवाई के बाद कोर्ट परिसर के बाहर आने के बाद हुआ। इस...
पंचकूला(उमंग): जाट आंदोलन के दौरान पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के घर तोडफ़ोड़ व आगजनी मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में सुनवाई के लिए आए आरोपियों के बीच मारपीट का मामला सामने आया है। यह सारा घटनाकर्म सुनवाई के बाद कोर्ट परिसर के बाहर आने के बाद हुआ। इस झगड़े में एक ग्रुप ने राजेश रूखी पर हमला कर दिया और उसका सिर फोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने पर कोर्ट के वकील और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंची। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के मुताबिक जाट आंदोलन के दौरान आगजनी मामले में कई आरोपितों की आज पंचकूला की अदालत में पेशी थी। पेशी के लिए इस मामले में आरोपित अशोक बल्हारा, राजेश रूखी और अन्य लोग पहुंचे थे। बताया जाता है कि इसी दौरान उनके बीच किसी बात पर विवाद हो गया। एक गुट ने राजेश रूखी पर हमला कर दिया। इससे उसका सिर फूट गया।
घटना के बाद कोर्ट परिसर के बाहर हंगामा मच गया। इसके बाद पुलिस वहां पहुंच गई और राजेश रूखी को अस्पताल ले जाया गया। राजेश रूखी ने आरोप लगाया कि अशोक बल्हारा और कुछ अन्य लोगों ने उस पर हमला किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
राजेश रूखी ने कहा कि वह सीबीआइ कोर्ट में पेशी के लिए आया था। पेशी के बाद वह वापस आ रहा था तो जाट नेता यशपाल मलिक का करीबी अशोक बल्हारा और उसके साथ आए करीब आठ-दस लोगों ने अनाप-शनाप बोलना शुरू कर दिया। उसने विरोध किया तो बल्हारा व उसके साथियों ने उसको पत्थरों से मारा। इससे उसका सिर फूट गया।