Edited By Vivek Rai, Updated: 12 May, 2022 04:01 PM
एक ओर जहां हरियाणावासियों को इन दिनों बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं दूसरी ओर अधिकारियों को ये संकट आम लग रहा है और वे दफ्तरों में आदेशों की उल्लंघना करते हुए धड़ल्ले से एसी चलाए जा हैं।
कैथल(जयपाल): एक ओर जहां हरियाणावासियों को इन दिनों बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं दूसरी ओर अधिकारियों को ये संकट आम लग रहा है और वे दफ्तरों में आदेशों की उल्लंघना करते हुए धड़ल्ले से एसी चलाए जा हैं। दरअसल, सरकार के मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेशों अनुसार जिले के किसी भी अधिकारी को एयर कंडीशन लगाने की अनुमति नहीं है। यहां तक की DC तथा SP भी अपने कार्यालय में एयर कंडीशन नहीं लगा सकते।
लेकिन अब मानों कैथल में सरकार के ये आदेश केवल कागजों तक सिमित रह गए हैं। कैथल जिला सचिवालय में रोजमर्रा के काम करवाने के लिए जो आम लोग आते है उनके लिए छत के पंखे तक की सुविधा नहीं है। जिस कारण लोगों को कई कई घंटे लाइनों में लगा रहना पड़ता है।
लोगों का कहना है कि बड़े अधिकारी अपने कार्यालय में खुद तो एसी की ठंडी हवा खा रहे हैं परंतु अपना काम करवाने के लिए गांव तथा शहर से आए लोगों के लिए सचिवालय में पंखे तक की सुविधा नहीं है।
बता दें, कि जिला सचिवालय कैथल में केवल 1 मीटर लगा है जिसका स्वीकृति लोड 178 किलोवाट है। जबकि पूरे सचिवालय में इस समय अनुमानित बिजली खपत तीन गुणा ज्यादा हो रही है। जिससे यह स्पष्ट साबित हो रहा है कि सरकारी कार्यालय में बिना अनुमति के जो एयर कंडीशन लगे हैं उन्हीं की वजह से आज जिला सचिवालय का लोड इतना ज्यादा हो रहा है।
इस संबंध में जब हमने बिजली विभाग के SE कसिक मान से बात की तो उन्होंने कहा कि जिला सचिवालय में जो बिजली का मीटर लगा है उसकी जितने भी बिजली खपत है उसके अनुसार ही बिल लिया जाता है। मीटर का लोड कम ज्यादा हो इससे कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता जितनी बिजली खर्च की जाएगी उतना ही बिल उपभोक्ता को अदा करना पड़ता है।
बहरहाल, अब देखना होगा कि कैथल जिले के सभी कार्यालयों से डीसी कैथल द्वारा गलत तरीके से लगाए गए एयर कंडीशन उतरवाए जाएंगे या फिर सरकार को चूना लगाने की यह रित ऐसे ही चलती रहेगी।
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