Edited By vinod kumar, Updated: 04 Apr, 2020 02:19 PM
पहले ताली और थाली बजाने को जोश और अब पीएम की अपील पर दीए जलाने की रोशनी का खुम्मार लोगों के दिलों-दिमाग पर खूब चढक़र बोला। शुक्रवार को सुबह जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से 5 अप्रैल को देर शाम 9 बजे 9 मिनट तक टार्च, मोमबत्ती,...
झज्जर(प्रवीण): पहले ताली और थाली बजाने को जोश और अब पीएम की अपील पर दीए जलाने की रोशनी का खुम्मार लोगों के दिलों-दिमाग पर खूब चढक़र बोला। शुक्रवार को सुबह जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से 5 अप्रैल को देर शाम 9 बजे 9 मिनट तक टार्च, मोमबत्ती, मोबाइल की फ्लैश लाइट व दीए जलाने की अपील की तो उसके तुरन्त बाद ही लोगों ने इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी।
लोगों में सबसे ज्यादा क्रेज टॉर्च व मोबाइल की फ्लैश लाइट की बजाय दीए व मोमबत्ती की रोशनी जलाने का दिखाई दिया।उनका कहना था कि दिए जलेंगे तो देश बचेगा। सबसे ज्यादा उत्साह झज्जर छावनी मौहल्ले के उन मिट्टी के बर्तन बनाने वालों के बीच था, जोकि हर साल दीपावली पर्व पर लाखों की तादाद में दीए बनाकर दूसरे राज्यों में भेजते है।
इन्हीं के बनाए दीए से दिल्ली, चित्तोडग़ढ़ व मायानगरी मुम्बई दीपावली पर्व पर रोशन होती है। पीएम की अपील पर मिट्टी के दीए बनाने में मशगूल हुए झज्जर छावनी के साधुराम व कृष्णा देवी का कहा कि दीए जलेंगे तो हमारा देश भी बचेगा। उन्हाेंने कहा कि दीए बनाकर सुखाने के बाद इन्हेेंं पकाने में केवल दो घंटे का समय ही लगता है।