राज्यसभा की तीन सीटों का चुनाव, हरियाणा कांग्रेस में एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति

Edited By Shivam, Updated: 05 Feb, 2020 01:22 AM

one pomegranate 100 sick situation in congress for rajya sabha elections

हरियाणा में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए सभी ने गोटियां फिट करनी शुरू कर दी है। प्रदेश में राज्यसभा की दो सीटों के लिए नियमित और एक सीट के लिए उपचुनाव होंगे, इन्हें एक साथ नहीं कराया जा सकता है। बीरेंद्र सिंह का राज्यसभा की...

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए सभी ने गोटियां फिट करनी शुरू कर दी है। प्रदेश में राज्यसभा की दो सीटों के लिए नियमित और एक सीट के लिए उपचुनाव होंगे, इन्हें एक साथ नहीं कराया जा सकता है। बीरेंद्र सिंह का राज्यसभा की सदस्यता से त्यागपत्र स्वीकार हो चुका है। उनका कार्यकाल अगस्त 2022 तक था। लिहाजा इस रिक्त सीट पर उपचुनाव होगा।
 

हरियाणा की पांच सीटों में फिलहाल कांग्रेस की कुमारी सैलजा के अलावा भाजपा के डीपी वत्स एवं निर्दलीय डा. सुभाष चंद्रा राज्यसभा में हैैं। प्रदेश में दो राज्यसभा सीटों के लिए उपचुनाव वर्ष 2014 में हुआ था। उस समय बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस से त्यागपत्र देकर भाजपा ज्वाइन कर ली थी। इनेलो नेता रणबीर सिंह गंगवा ने भाजपा के टिकट से विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद राज्यसभा की सीट छोड़ दी थी। 
 

विधायकों की संख्या के आधार पर राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में भाजपा-जजपा गठबंधन के उम्मीदवार की जीत तय है। दो सीटों के लिए चुनाव में एक सीट गठबंधन में जेजेपी और एक सीट कांग्रेस के हिस्‍से में जाने की संभावना है। इन दोनों रिक्त सीटों के लिए कार्यकाल चूंकि एक साल से ज्यादा बचा हुआ था, इसलिए इन पर उपचुनाव कराया गया था। इसमें बीरेंद्र सिंह और तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु भाजपा टिकट पर निर्वाचित हुए थे। बीरेंद्र सिंह का राज्यसभा की सदस्यता से त्यागपत्र स्वीकार हो चुका है। उनका कार्यकाल अगस्त 2022 तक था। लिहाजा इस रिक्त सीट पर उपचुनाव होगा। 
 

फरवरी 2014 में इनेलो के टिकट पर राज्यसभा पहुंचे रामकुमार कश्यप ने पिछले दिनों राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। वह इंद्री से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे। उनका कार्यकाल लगभग पूरा होने वाला था, जिस कारण कश्यप की खाली राज्यसभा की सीट पर नियमित चुनाव होगा। फरवरी 2014 में ही कांग्रेस की कुमारी सैलजा राज्यसभा सदस्य बनी थीं। उनका कार्यकाल 9 अप्रैल 2020 तक है।
 

कांग्रेस में एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति 
हरियाणा की तीन राज्यसभा सीटों के चुनाव में 1 सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है। कांग्रेस में भी इस एक सीट के लिए एक अनार सौ बीमार वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। कांग्रेस में बड़ा महाभारत होने के प्रबल आसार इस लिए नजर आ रहे हैं क्योंकि पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा एक बार फिर हरियाणा से ही राज्यसभा की सांसद बनने की चाहत रखती है। वह कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। नेता प्रतिपक्ष व् पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा अपने बेटे पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा को राज्यसभा के जरिए बड़ा प्लेटफार्म देने की ख्वाहिश रखते हैं। पूर्व मंत्री रणदीप सुरजेवाला पार्टी में बड़ी भूमिका निभाने के लिए राज्यसभा का सांसद बनने का प्रयास कर सकतें हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व में उनकी पकड़ मजबूत होने का उन्हें फायदा मिल सकता है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!