Edited By Manisha rana, Updated: 20 Mar, 2023 09:12 AM

साल 2020-21 में उत्तर भारत के लाखों किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर काफी लंबे समय तक तीन कृषि कानूनों के विरोध में संघर्ष किया था ...
सोनीपत (सन्नी) : साल 2020-21 में उत्तर भारत के लाखों किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर काफी लंबे समय तक तीन कृषि कानूनों के विरोध में संघर्ष किया था और जैसे-जैसे यह संघर्ष लंबा होता गया वैसे-वैसे इस संघर्ष में किसान अपनी कुछ मांगे जोड़ते चले गए। सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया और कुछ मांगों पर कमेटी गठन करने का फैसला लिया जिसको लेकर किसान भी सहमत नजर आएं।
आज दिल्ली के रामलीला ग्राउंड में होगी महापंचायत
बता दें कि सरकार ने एमएसपी गारंटी कानून पर एक कमेटी बनाई जिसको तय करना था कि किन फसलों पर एमएसपी सरकार दे सकती है और किन पर छूट दी जा सकती है लेकिन सरकार ने जो कमेटी बनाई उसके विरोध में किसान शुरुआत से ही सरकार के खिलाफ एकजुट होते हुए नजर आए और किसानों ने ऐलान किया था कि इसको लेकर आज दिल्ली के रामलीला ग्राउंड में एक महापंचायत की जाएगी जिसको लेकर किसान सोनीपत से भी दिल्ली रवाना हुए।
दिल्ली और हरियाणा पुलिस ने कुंडली सिंघु बॉर्डर पर किए पुख्ता इंतजाम
किसानों इस महापंचायत को देखते हुए दिल्ली और हरियाणा पुलिस ने कुंडली सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए हैं ताकि दिल्ली में कोई भी शरारती तत्व दाखिल ना हो सके। सोनीपत के रेलवे स्टेशन पर किसानों का एक जत्था रेल में सवार होकर दिल्ली पहुंचेगा। किसानों ने सोनीपत रेलवे स्टेशन पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार के खिलाफ वायदा खिलाफी के आरोप लगाए।
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