Edited By vinod kumar, Updated: 08 Jan, 2020 06:20 PM
सिरसा की एक महिला किसान ने कम खर्चे में खेती कर मिसाल पेश की है। महिला किसान मंजू बाला सिरसा के गांव बेगूं की है। मंजू ने अपने खेत में ही जैविक पद्धति की केंचुआ खाद तैयार की और अपनी फसल में उसे प्रयोग किया। जिसके बाद सरसों फसल की पैदावार काफी अच्छी...
सिरसा(सतनाम): सिरसा की एक महिला किसान ने कम खर्चे में खेती कर मिसाल पेश की है। महिला किसान मंजू बाला सिरसा के गांव बेगूं की है। मंजू ने अपने खेत में ही जैविक पद्धति की केंचुआ खाद तैयार की और अपनी फसल में उसे प्रयोग किया। जिसके बाद सरसों फसल की पैदावार काफी अच्छी हुई। मंजू के ससुर राजा राम ने उसको खेती करने की प्रेरणा दी, जिसके बाद मंजू अपने ससुर से ज्यादा कामयाब किसान के तौर पर उभर कर सामने आई है।
महिला किसान मंजू बाला ने बताया कि 6 एकड़ में उनका परिवार खेती करता है। वो पिछले 5 सालों से खेती कर रही है। उसके ससुर राजा राम ने ही उसको खेती करने के लिए प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि केंचुआ खाद वे अपने खेत में ही तैयार करती है, दूसरी खाद की तुलना में इस खाद से फसल की अच्छी पैदावार होती है।
वहीं राजा राम ने बताया कि शुरुवात में उन्होंने खेती में गोबर खाद डालनी शुरू की थी जो की महंगी थी और उसमे पैदावर कम थी। पैदावार को बढ़ाने के लिए उन्होंने एक तरीका ढूंढा। जिसमें फसलों के अवशेष को ही अपने सिस्टम के माध्यम से खाद में बदला गया। उन्होंने कहा कि पराली जलाने से वायु प्रदूषित होता है, लेकिन उन्होंने धान जलाने की बजाए इसको खेती में प्रयोग किया।
उन्होंने कहा कि अब वह बाजार से खाद नहीं खरीदते हैं। खेत में तैयार की गई खाद से उनकी फसल को फायदा मिला है। उन्होंने कहा कि उनकी बहु मंजू बाला कम पड़ी लिखी है, लेकिन उनको उम्मीद है की उनकी खेती को बहु ही बेहतर ढंग से संभाल पाएगी।