Edited By Gourav Chouhan, Updated: 05 Mar, 2023 06:15 PM

कुछ लोग पुलिस को सामने देख अक्सर घबरा जाते हैं और इसी बात का फायदा उठाते हुए ठग भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं और इसीलिए नकली पुलिस वाले बन कर लोगों को ठगने के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं...
कैथल (जयपाल) : कुछ लोग पुलिस को सामने देख अक्सर घबरा जाते हैं और इसी बात का फायदा उठाते हुए ठग भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं और इसीलिए नकली पुलिस वाले बन कर लोगों को ठगने के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कैथल जिले से सामने आया है। जहां पर शहर के जाने-माने ज्वैलर्स व बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण सर्राफ के साथ आरोपी पिहोवा निवासी रमनदीप ने नकली पुलिस इंस्पेक्टर बन बिल्कुल फिल्मी अंदाज में आठ लाख रुपय से अधिक की ठगी कर डाली। बात यहीं पर खत्म नहीं हुई, आरोपी युवक ने पहले तो ज्वैलर्स को अपना आई कार्ड दिखा बताया कि वह पिहोवा के सदर थाने में बतौर एसएचओ कार्यरत है। उसके बाद ज्वैलर्स का विश्वास जीतने के लिए ज्वैलर्स के ही फोन से पिहोवा के मंत्री संदीप सिंह से भी बात करवाई। जिसके बाद ज्वैलर्स को शातिर अपराधी पर जरा भी शक नहीं हुआ और उसने आरोपी को ₹870000 की ज्वेलरी दे दी।
जब ज्वैलर्स ने गहनों का बिल बनाया तो आरोपी ने कहा कि वह अपनी गाड़ी में ही कैश लाया है। आप अपने कर्मचारी को मेरे साथ भेज दो, मैं गाड़ी से इनको कैश दे दूंगा। उसके बाद ज्वैलर्स अरुण सर्राफ ने अपने एक कर्मचारी को आरोपी युवक के साथ ज्वैलरी देकर भेज दिया। आरोपी युवक ने पहले ही अपनी गाड़ी ज्वैलर्स की दुकान से काफी दूर खड़ी की हुई थी। जैसे ही ज्वैलर्स का कर्मचारी गाड़ी के पास ज्वैलरी लेकर पहुंचा तो मौके का फायदा उठाते हुए आरोपी युवक ने कर्मचारी से गहने झपट लिए और गाड़ी में बैठ कर फरार हो गया।
इसके बाद ज्वैलर्स अरुण सराफ ने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस को दी और पुलिस ने इस संदर्भ में मामला दर्ज कर दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए इस पूरे केस की जांच अब सीआईए वन को दी गई है। फिलहाल अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
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