Edited By Shivam, Updated: 03 Jul, 2018 06:48 PM
जाट आरक्षण समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बल्हारा का कहना है जाट आरक्षण के दौरान मुरथल में कोई रेप नहीं हुआ था, इस मामले में पांच बार एसआईटी जांच हुई लेकिन यह सारा मामला झूठा है। अशोक बल्हारा आज मंगलवार को होडल के गांव भिडुकी में स्थित शिवम वाटिका...
पलवल(हरिओम): जाट आरक्षण समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बल्हारा का कहना है जाट आरक्षण के दौरान मुरथल में कोई रेप नहीं हुआ था, इस मामले में पांच बार एसआईटी जांच हुई लेकिन यह सारा मामला झूठा है। अशोक बल्हारा आज मंगलवार को होडल के गांव भिडुकी में स्थित शिवम वाटिका में 36 बिरादरी भाईचारा सम्मेलन के कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन जिला पलवल अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति व जाट सेवा संघ के आह्वान पर किया गया था।
बल्हारा ने कहा कि बीजेपी सरकार राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए 35 व 36 बिरादरी के बीच आपसी मनमुटाव कर बांटने कोशिश कर रही है। जाट समाज इसके पक्ष में नहीं हैं। आरक्षण की मांग को लेकर जाट समाज 2014 से संघर्षशील है। वर्ष 2015 में उच्च न्यायालय द्वारा जाट आरक्षण को समाप्त करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने समाज के प्रतिनिधियों के समक्ष आरक्षण देने का वायदा किया था। आरक्षण की आग में जाट समाज के 18 युवाओं सहित प्रदेश के 33 नौजवान जेल गए। 25 हजार से अधिक लोगों पर 2100 मुकदमें दर्ज किए गए तथा सैंकड़ों लोगों को जेल में डाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि मुरथल में ना कोई रेप हुआ सरकार पांच बार एसआईटी जांच हुई है, लेकिन सारा मामला झूठा हैं। बल्हारा ने कहा कि प्रदेश सरकार आरक्षण देने में विफल रहती है तो 16 अगस्त से जाट समाज के लोग सरकार के मंत्रियो व प्रतिनिधियों को गांवों में नहीं घुसने देंगे। जिस गांव में हरियाणा सरकार के मंत्री व मुख्यमंत्री अपनी रैली करेंगे, वहीं जाट धरने पर बैठकर सरकार को मजबूर करेंगे।