Edited By Shivam, Updated: 08 Apr, 2021 05:00 PM

30 मार्च को सोनीपत जिले के गांव मटिंडू से लापता हुए 11 वर्षीय मासूम का शव झज्जर जिले के गांव खरमाण से गुजरने वाली एनसीआर नहर में फंसा हुआ मिला। इस बारे में खरखौदा पुलिस स्टेशन में मृतक मासूम के परिजनों की तरफ से उसकी गुमशुदगी की रपट दर्ज कराई गई थी।
झज्जर (प्रवीण धनखड़): 30 मार्च को सोनीपत जिले के गांव मटिंडू से लापता हुए 11 वर्षीय मासूम का शव झज्जर जिले के गांव खरमाण से गुजरने वाली एनसीआर नहर में फंसा हुआ मिला। इस बारे में खरखौदा पुलिस स्टेशन में मृतक मासूम के परिजनों की तरफ से उसकी गुमशुदगी की रपट दर्ज कराई गई थी।
झज्जर के नागरिक अस्पताल में मासूम कन्हैया के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए पहुंचे बहादुरगढ़ सदर पुलिस के जांच अधिकारी के अनुसार कन्हैया 30 मार्च को अपने परिजनों को घर से खेलने की कह कर निकला था, लेकिन वह वापिस नहीं पहुंचा। बाद में उसकी गुमशुदगी की रपट परिजनों ने खरखौदा थाने में दर्ज कराई थी। लेकिन गत दिवस कंट्रोल रूम पर आई सूचना के बाद ही इस पूरे मामले का खुलासा हुआ।
जांच अधिकारी के अनुसार कंट्रोल रूम पर आई सूचना में बताया गया था कि खरमाण गांव से निकल रही एनसीआर नहर के नाके में एक शव फंसा हुआ है। उसी सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवा कर उसकी पहचान कराने का प्रयास किया, लेकिन जब कोई जानकारी हासिल नहीं हो पाई तो शव को झज्जर के नागरिक अस्पताल में पहचान के लिए रखवाया गया।
उधर, सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के बाद मृतक कन्हैया के परिजन यहां अस्पताल पहुंचे और उन्होंने मासूम के शरीर व पांव में पड़े एक काले डोरे से कन्हैया के शव की पहचान की। जांच अधिकारी का यह भी कहना था कि कन्हैया को तैरना नहीं आता था। सम्भव है कि शायद वह इसी कारण से अकाल मृत्यु को प्राप्त हुआ हो। जांच अधिकारी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया।
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