Edited By Gourav Chouhan, Updated: 09 Aug, 2022 08:12 PM
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शारायना अंदाज में विपक्ष पर तीखे व्यंग्य करते हुए कहा कि, लहजे पर कसक और चेहरे पर नकाब लिए फिरते हैं, जिनके खुद के खाते खराब हैं, वो मेरा हिसाब लिए फिरते हैं।
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन अवैध खनन के मुद्दा सदन में खूब गूंजा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक दूसरे पर शायराना अंदाज में हमला भी किया। इस मुद्दे को लेकर सीएम खट्टर व नेता प्रतिपक्ष हुड्डा आमने-सामने हो गए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शारायना अंदाज में विपक्ष पर तीखे व्यंग्य करते हुए कहा कि, लहजे पर कसक और चेहरे पर नकाब लिए फिरते हैं, जिनके खुद के खाते खराब हैं, वो मेरा हिसाब लिए फिरते हैं। इस तीखे व्यंग्य के जरिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विपक्ष को खनन कमाई का आइना दिखाया। नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी इसी अंदाज में पलटवार किया, जुंबा तो खोल नजर तो मिला, जवाब तो मैं कितनी बार लेता हूँ, मुझे हिसाब तो दे। इस दौरान दोनों की ओर से खूब ठहाके लगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सदन में विपक्ष को उनके कार्यकाल में खनन से आए राजस्व का आंकड़ा भी पेश किया।
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन दोपहर बाद की कार्यवाही अवैध खनन पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के साथ शुरू हुई। अभय चौटाला ने अवैध खनन पर सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए जवाब मांगा। वहीं कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा, रावदान सिंह, जगबीर मलिक व नीरज शर्मा ने अवैध खनन के पीछे पुलिस व खनन विभाग की मिलीभगत होने का आरोप लगाया। हालांकि खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने जवाब देते हुए दावा किया कि राज्य में अवैध खनन की छिटपुट ही घटनाएं सामने आई हैं। इसके साथ ही गृह मंत्री अनिल विज ने सदन में स्पष्ट किया कि गृह सचिव की अभी नियुक्ति हुई है, जल्द ही नूंह में खनन माफिया द्वारा डंपर से कुचलने के मामले की न्यायिक जांच होगी।
कांग्रेस को भी देना होगा अपने राज का हिसाब: मनोहर लाल
अवैध खनन पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खनन माफिया पर शिकंजा कसने के लिए मजबूत इरादे दिखाए। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को घेरते हुए उनके समय में दौरान आए राजस्व का ब्योरा सदन में प्रस्तुत किया। उन्होंने दो टूक कहा कि विपक्ष वाले उनके कार्यकाल की बात करते हैं, तो कांग्रेस को अपने राज का हिसाब भी तो देना होगा। नूंह में खनन माफिया द्वारा डीएसपी को कुचलने की घटना पर मुख्यमंत्री ने सदन में जबाव दिया कि पुलिस ने सराहनीय कार्य किया है और खनन पर अंकुश लगाने के लिए सरकार लगातार सख्ती कर रही है। नूंह में डीएसपी की हत्या के मामले में एसआईटी का गठन किया गया है। जिसमें अभी तक 12 गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। पुलिस ने सर्च अभियान चलाकर सैकड़ों अवैध वाहनों को भी जब्त किया है।
मुख्यमंत्री बोल, खनन से 4660 करोड़ का राजस्व हुआ प्राप्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खनन से 2015 से अब तक प्रदेश का राजस्व 4660 करोड़ रुपये हो गया है, जो इस साल के अंत तक 4800 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। जबकि कांग्रेस के 10 साल कार्यकाल के दौरान खनन से महज 1267 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुआ था। खनन से जुड़ी शिकायतें लगातार मिलती रहती हैं और इन पर कार्रवाई भी की जाती है। पुलिस वाहनों को भी जब्त करती है। कांग्रेस के राज में खनन से जुड़ी महज 871 एफआईआर दर्ज हुई और 31 करोड़ रुपये जुर्माना वसूला गया जबकि हमारे कार्यकाल में 2406 एफआईआर दर्ज हुई है और 154 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया है।
पूरे प्रदेश में बिना नंबर की गाड़ियों को पकड़ने के दिए गए हैं निर्देश
गृह मंत्री अनिल विज ने जिला नूंह के तावडू में डीएसपी की हत्या के मामले में कहा कि एक भी दोषी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा।गृह मंत्री ने कहा कि इस मामले में गहन कार्रवाई की जा रही है। सारे हरियाणा की बिना नंबर की गाडिय़ों को पकडऩे के लिए निर्देश दिए गए थे क्योंकि जितना भी अपराध हो रहा है वह बिना नंबर व अवैध नंबर वाली गाडिय़ों के माध्यम से हो रहा है। उन्होंने कहा कि गाडिय़ों को बरामद करके उनकी जांच की जा रही है और इन गाडिय़ों में जो वैध और नियमानुसार पंजीकृत गाड़ियां होंगी, उन्हें छोड़ा जाएगा और जो चोरी की होंगी, उन पर कार्रवाई भी होगी।
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