Edited By Saurabh Pal, Updated: 07 May, 2024 05:27 PM
हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बीच भाजाप को बड़ा झटका लगा है। सूबे में जिन चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भाजपा की सरकार चल रही थी उसमें तीन विधायकों ने कांग्रेस पार्टी को लोकसभा चुनाव में समर्थन का ऐलान किया है...
रोहतकः हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बीच भाजाप को बड़ा झटका लगा है। सूबे में जिन चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भाजपा की सरकार चल रही थी उसमें तीन विधायकों ने कांग्रेस पार्टी को लोकसभा चुनाव में समर्थन का ऐलान किया है। निर्दलीय विधायकों का यह झटका भाजपा को न केवल लोकसभा चुनाव में नुकसान पहुंचाएगा, बल्कि प्रदेश की भाजपा सरकार भी अल्पमत में आ गई है।
इस बीच कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू हो। गौरतलब है कि जिन विधायकों ने भाजपा का साथ मझधार में छोड़ दिया है। उनमें पुंडरी से विधायक रणधीर गोलन, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर, चरखी दादरी से विधायक सोमवीर सांगवान शामिल हैं।
बता दें कि चौथे विधायक के रूप में राकेश दौलताबाद के भी कांग्रेस खेमें में शामिल होने की खबर थी, लेकिन वह रोहतक में होने वाली प्रेस वार्ता में नहीं शामिल हुए हैं। गौरतलब है कि मनोहर लाल के इस्तीफे के बाद जेजेपी ने सरकार से समर्थन वापिस ले लिया था। इसके बाद भाजपा ने सारकार चेहरा बदल दिया। नए मुख्यमंत्री के रूप में नायब सैनी ने शपथ ली। विधानसभा में बहुमत हांसिल करने के लिए भाजपा को 46 विधायक चाहिए थे, लेकिन भाजपा के पास 40 थे। इसके बाद रणजीत चौटाला सहित 4 निर्दलीय विधायकों के साथ समर्थन से नायब सैनी बहुमत हांसिल करने में शफल हुए थे।
लेकिन अब तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है। ऐसी चर्चा है कि निर्दलीय विधायकों को मंत्रीपद की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। जिससे नाराज विधायकों ने अपना समर्थन भाजपा सरकार से वापिस ले लिया।
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