Edited By Nitish Jamwal, Updated: 08 Aug, 2024 04:26 PM
हरियाणा की छोरियां पेरिस ओलंपिक में अपना दमखम दिखा रही हैं। वहीं हरियाणा के जींद जिले की बेटी अंशू मलिक महिलाओं की 57 किग्रा कुश्ती प्री क्वार्टर फाइनल प्रतियोगिता में भाग लेंगी।
हरियाणा डेस्क: हरियाणा की छोरियां पेरिस ओलंपिक में अपना दमखम दिखा रही हैं। वहीं हरियाणा के जींद जिले की बेटी अंशु मलिक महिलाओं की 57 किग्रा कुश्ती प्री क्वार्टर फाइनल प्रतियोगिता में भाग लेंगी। 8 अगस्त को पहलवान दूसरे ओलंपिक में अंशु मलिक परफॉर्म करते हुए मेडल से दूर हो गईं हैं। ये मैच जीतकर वो क्वार्टरफाइनल में एंट्री कर लेती, लेकिन वो क्वालीफाई नहीं कर पाई। Paris Olympic में USA की खिलाड़ी से 7-2 से बुरी तरह हार गईं हैं।
बता दें कि अंशु मलिक का मुकाबला यूके के हेलेन मारौलिस से था, हेलेन तीन बार की वर्ल्ड चैंपियन की वीजेता रह चुकी हैं। वहीं आज के मुकाबले में अंशु को हेलेन ने 7-2 से मात दे दी। हालांकि अंशु मलिक के हार के बावजूद वो विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी हैं।
अंशु ने जीता था सिल्वर मेडल
बता दें कि भारत के खाते में रेसलिंग से अब तक एक मेडल भी नहीं आया है। अपने दूसरे ओलंपिक में भारत को उनसे मेडल के लिए बहुत उम्मीद थी। अंशु मलिक एक भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान हैं। उन्होंने नॉर्वे के ओस्लो में आयोजित 2021 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में महिलाओं की 57 किलोग्राम कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था। वो वूमेंस वर्ग में विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय पहलवान हैं।
9 साल की उम्र में किया था डेब्यू
जानकारी के मुताबिक अंशू मलिक हरियाणा के जींद जिले की हैं। वो जाट मलिक परिवार में पैदा हुई हैं। वो पहलवानों के परिवार से आती है। वो चौधरी भरत सिंह मेमोरियल स्पोर्ट्स स्कूल में कोच जगदीश की देख रेख में ट्रेनिंग लेती है। वहीं 9 साल की उम्र में अंशू मलिक ने टोक्यो 2020 में ओलंपिक में डेब्यू किया था, लेकिन वो कोहनी में चोट लगने के कारण प्रतिस्पर्धा करते हुए रेपेचेज राउंड में बाहर हो गईं थी।हालांकि, इसके बाद 2021 में उन्होंने गजब का खेल दिखाते हुए सिल्वर मेडल जीता था।
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