Edited By Isha, Updated: 13 May, 2025 08:09 AM

पलवल जिले में सड़क सुधारीकरण के नाम पर लगभग 3.5 करोड़ रुपये की सरकारी ग्रांट के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि जो सड़कों की हालत पहले से ही बेहतर थी
पलवल(गुरूदत्ता गर्ग): पलवल जिले में सड़क सुधारीकरण के नाम पर लगभग 3.5 करोड़ रुपये की सरकारी ग्रांट के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि जो सड़कों की हालत पहले से ही बेहतर थी, उन्हें बिना किसी वास्तविक जरूरत के तोड़कर दोबारा निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, गांव ताराका से छज्जू नगर गांव तक की सड़क पर चारकोल सीमेंट का काम पूरा हो चुका है। वहीं शहरी क्षेत्र की दो अन्य सड़कों – एक, पलवल नेशनल हाईवे से ओल्ड जीटी रोड तक और दूसरी, हाईवे 19 से शेखपुरा मीनार गेट तक कंक्रीट सड़कों का (लगभग दो किलोमीटर) निर्माण कार्य अभी प्रगति पर है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि, “सड़क की हालत बिल्कुल सही थी। इसे तोड़ने और दोबारा बनाने की कोई जरूरत नहीं थी। यह जनता के पैसे की बर्बादी है।” नागरिकों ने यह भी आरोप लगाया कि सड़कों के साथ-साथ बन रही नालियों में भी घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया है, जिससे कई जगह पर बनी नालियां पहले ही टूटने लगी हैं। इस विषय में जब जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि, “मेटेरियल की रिपोर्ट हमारे पास आ रही है, अगर कहीं भी गड़बड़ी पाई जाती है तो उसे चेक करके ठीक किया जाएगा।”
वहीं लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता ने बताया कि, “हमने तीन सड़कों के लिए एक साथ 3.5 करोड़ रुपये का टेंडर पास किया था। ताराका से छज्जू नगर तक रोड सुधारीकरण का काम पूरा हो चुका है, रसूलपुर रोड और शेखपुरा रोड पर काम अभी चल रहा है, जो अगले 20 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल, जनता की मांग है कि इस पूरे प्रोजेक्ट की निष्पक्ष जांच कराई जाए और यदि किसी भी स्तर पर अनियमितता पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाए।