Edited By Isha, Updated: 02 May, 2025 05:02 PM

हरियाणा में दो साल में कैंसर के 59,912 मामले दर्ज होने और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों के लिए केवल 915 बेड उपलब्ध होने की दलील देते हुए दाखिल जनहित याचिका पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने
चंडीगढ़: हरियाणा में दो साल में कैंसर के 59,912 मामले दर्ज होने और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों के लिए केवल 915 बेड उपलब्ध होने की दलील देते हुए दाखिल जनहित याचिका पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार व अन्य प्रतिवादियों को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है।
याचिका दाखिल करते हुए एडवोकेट रंजन लखनपाल ने हाईकोर्ट को बताया कि विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में 2023 में 29,437 और 2024 में 30,475 कैंसर रोगियों की सूचना मिली है। यह डेटा जिला नागरिक अस्पतालों, निजी संस्थानों, जिला अस्पताल प्रयोगशालाओं, राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (झज्जर), अटल कैंसर केयर सेंटर (अंबाला छावनी), ईएसआई मेडिकल कॉलेज (फरीदाबाद), महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज (हिसार), कल्पना चावला सरकारी मेडिकल कॉलेज (करनाल), पीजीआई (रोहतक) बीपीएस सरकारी महिला मेडिकल कॉलेज (सोनीपत), एसएचकेएम सरकारी मेडिकल कॉलेज (नूंह), चंडीगढ़ पीजीआई और होमी भाभा कैंसर अस्पताल (संगरूर और न्यू चंडीगढ़) से प्राप्त किया गया है।
2023 और 2024 में कैंसर के सबसे ज़्यादा मामले निजी संस्थानों (18,988) से सामने आए। इसके बाद ज़िला अस्पताल (15,601), राष्ट्रीय कैंसर संस्थान, झज्जर (7,778) और पीजीआई रोहतक (7,540) का स्थान रहा। चिकित्सा प्रमाणन के अनुसार, 2021 और 2023 के बीच राज्य में 5,071 कैंसर से संबंधित मौतें दर्ज की गईं।
फरीदाबाद, पंचकूला, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर के जिला नागरिक अस्पतालों में जरूरतमंद मरीजों को ओपीडी, कीमोथेरेपी और सर्जरी सहित कैंसर देखभाल सेवाएं मुफ्त प्रदान की जाती हैं। कैंसर का इलाज पीजीआई रोहतक, जीएमसी (सोनीपत), जीएमसी (नूंह), जीएमसी (करनाल), महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज (हिसार) और राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (झज्जर) में उपलब्ध है। याची ने अपील की कि सरकारी अस्पतालों में कैंसर रोगियों के लिए बेडों की संख्या बढ़ाई जाए।