Edited By Saurabh Pal, Updated: 11 Sep, 2024 07:41 PM
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने संवैधानिक संकट के चलते मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई थी। बैठक में बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर दी है...
हरियाणा डेस्कः हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने संवैधानिक संकट के चलते मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई थी। बैठक में बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर दी है। मुख्यमंत्री की सिफारिश के बाद राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय हरियाणा विधानसभा भंग करने की आगमी कार्रवाई करेंगे।
नायब सैनी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर, स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता, लोक निर्माण मंत्री डॉ बनवारी लाल, शहरी निकाय मंत्री सुभाष सुधा, परिवहन मंत्री असीम गोयल, खेल मंत्री संजय सिंह शामिल रहे।
दरअसल हरियाणा सरकार के सामने विधानसभा सत्र बुलाने का संवैधानिक संकट था। गौरतलब है कि संवैधानिक नियम के मुताबिक सरकार को 6 माह से पहले विधानसभा का सत्र बुलाना अनिवार्य होता है। भले अगली विधानसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम चल रहा हो, लेकिन चुनावों के बीच हरियाणा सरकार विधानसभा सत्र नहीं बुलाना चाहती है। इसलिए नायब सैनी ने विधानसभा भंग करने का फैसला लिया है।
विधानसभा भंग होने के बाद अब सिर्फ कार्यवाहक सरकार रह जाएगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री नायब सैनी एक केयरटेकर के रूप में पद पर बने रहेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी कोई भी नीतिगत फैसला नहीं ले सकेंगे।
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