Edited By vinod kumar, Updated: 17 May, 2021 01:08 PM
आपदा को अवसर बनाने वाले एक प्राइवेट अस्पताल पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। इस अस्पताल में इन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कोरोना मरीज के परिजनों से मनमाना पैसा वसूला जा रहा था। इस प्रकार की शिकायत आने पर 13 मई को जिला...
रेवाड़ी (योगेंद्र सिंह): आपदा को अवसर बनाने वाले एक प्राइवेट अस्पताल पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। इस अस्पताल में इन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कोरोना मरीज के परिजनों से मनमाना पैसा वसूला जा रहा था। इस प्रकार की शिकायत आने पर 13 मई को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रेवाड़ी और धारूहेड़ा के दो अस्पतालों पर छापा मारकर वहां का रिकॉर्ड अपने कब्जे पर लिया था। कई मरीजों ने इन हॉस्पिटलों पर मनमाना पैसा वसूलने के आरोप लगाए थे।
साथ ही यह भी बताया कि हॉस्पिटल द्वारा किसी भी प्रकार का बिल भी नहीं दिया जा रहा है। जबकि हर दिन 40 से 50 हजार रुपए इलाज के नाम पर वसूले जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने दोनों हॉस्पिटल को शोकॉज नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
मेडीओम हॉस्पिटल को सिविल सर्जन ने नोटिस जारी कर बताया कि उनका जवाब संतोषजनक नहीं है। इसके चलते उनके हॉस्पिटल को डिनोटिफाई किया जा रहा है। अब वह कोरोना मरीज को अपने यहां ना भर्ती करें। हालांकि उनके यहां जो कोरोना मरीज हैं उनका इलाज वह अवश्य कर सकते हैं। एक अन्य हॉस्पिटल पर अभी स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है।