Edited By Manisha rana, Updated: 12 May, 2022 11:25 AM
सरकार करोड़ों रुपए लगाकर आम लोगों को हर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का प्रयास कर रही है। इसलिए बड़े-बड़े अस्पताल और ट्रामा सेंटर बनाए गए...
बहादुरगढ़ (प्रवीण धनखड़) : सरकार करोड़ों रुपए लगाकर आम लोगों को हर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का प्रयास कर रही है। इसलिए बड़े-बड़े अस्पताल और ट्रामा सेंटर बनाए गए हैं। जहां बहादुरगढ़ के ट्रामा सेंटर में इन दिनों दवाइयों का टोटा चल रहा है जबकि मरीजों को बाहर से महंगे दामों पर दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं। यहां के ट्रामा सेंटर में बहुत सारे इंजेक्शन आउट ऑफ स्टॉक हो चुके हैं। ऐसे में यहां पर कार्यरत डॉक्टर मरीजों को बाहर से दवाइयां और इंजेक्शन लाने की सलाह दे रहे हैं।
बता दें कि बहादुरगढ़ में यह ट्रामा सेंटर इमरजेंसी सर्विस देने के लिए बनाया गया था। यानी अचानक से किसी की तबीयत बिगड़ती है, कोई दुर्घटना में चोटिल होता है या फिर अचानक स्वास्थ्य संबंधी कोई बीमारी हो जाती है। तो उसका प्रारंभिक तौर पर इलाज यही होता है। लेकिन दर्द से निजात दिलाने वाले यानी पेन किलर इंजेक्शन तक यहां पर खत्म हो चुके हैं।
मरीजों की मानें तो डॉक्टर उन्हें इंजेक्शन और दवाइयां बाहर से लाने के लिए कहते हैं। बाहर मेडिकल स्टोर पर महंगे दामों पर उन्हें दवाइयां बेची जा रही है। जबकि सरकारी अस्पताल के ट्रामा सेंटर में यह इंजेक्शन और दवाइयां बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध करवाई जाती है। काफी सारी बीमारियों के इलाज इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन और दवाइयां बहादुरगढ़ के ट्रामा सेंटर में बिल्कुल खत्म हो चुकी है। जिससे मरीज बेहद परेशान है।
चिकित्सक का कहना है कि उन्होंने खत्म हो चुकी दवाइयों और इंजेक्शंस की डिमांड सीएमओ ऑफिस भेज रखी है। उनकी कोशिश रहती है कि ट्रामा सेंटर से ही मरीज को दवाइयां और इंजेक्शन उपलब्ध करवाएं जाए, लेकिन इंजेक्शन और दवाइयां खत्म हो चुकी हैं।
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