Edited By Gourav Chouhan, Updated: 18 Sep, 2022 10:29 PM

गिरदावरी ठीक करने के लिए उसने 25 हजार रूपए की मांग की। हालांकि बाद में यह सौदा 20 हजार रूपए में तय हुआ।
करनाल: स्टेट विजिलेंस की टीम ने रजिस्ट्री क्लर्क गुलशन गुलाटी को 20 हजार रुपए रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने गिरदावरी ठीक करने की एवज में 25 हजार रुपए की डिमांड की थी। गुलशन गुलाटी के बयान के आधार पर टीम ने तहसीलदार निखिल सिंगला को भी हिरासत में ले लिया है। दोनों को सोमवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा।
गिरदावरी ठीक करने की एवज में मांगे थे 25 हजार रुपए
विजिलेंस टीम के इंचार्ज सचिन कुमार ने बताया कि उन्हें रीडर गुलशन गुलाटी के खिलाफ एक शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह गिरदावरी ठीक करवाने के लिए घरौंडा की तहसील में गया। कई चक्कर काटने के बाद भी उनका काम नहीं हुआ। उसके बाद रजिस्ट्री क्लर्क गुलशन ने उन्हें बताया कि रिश्वत के बिना उनका काम नहीं होगा। गिरदावरी ठीक करने के लिए उसने 25 हजार रूपए की मांग की। हालांकि बाद में यह सौदा 20 हजार रूपए में तय हुआ। गुलशन गुलाटी ने शिकायतकर्ता को बताया कि इसमें एक हिस्सा तहसीलदार का भी है। इसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत विजिलेंस टीम को दी।
तहसीलदार निखिल सिंगला के पास घरौंडा के साथ ही इंद्री और करनाल का भी है चार्ज
शिकायत के आधार पर विजिलेंस टीम ने आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। आरोपी गुलशन गुलाटी ने शिकायतकर्ता को रिश्वत के 20 हजार रूपए के साथ बुलाया था। जैसे ही रजिस्ट्री क्लर्क ने शिकायतकर्ता से रूपए लिए तो विजिलेंस ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। रजिस्ट्री क्लर्क के बयान पर विजिलेंस ने तहसीलदार को भी गिरफ्तार किया। दोनों को करनाल के सेक्टर 32 एरिया से गिरफ्तार किया गया है। तहसीलदार निखिल सिंगला के पास घरौंडा के साथ ही इंद्री और करनाल का भी चार्ज था। तहसीलदार और रीडर को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी, ताकि उनके रिश्वत लेने के अन्य मामलों का भी खुलासा हो सके।
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