Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 01 Aug, 2025 11:14 AM

सुबह 9 बजते ही गुड़गांव में इमरजेंसी अलार्म बज गया। भूकंप के कारण बिल्डिंग गिरने और केमिकल रिसाव की सूचनाएं जिला प्रशासन को मिली। पांच स्थानों पर भूकंप और रसायन रिसाव के कारण लोगों के मलबे में दबे होने की जानकारी मिली।
गुड़गांव, (ब्यूरो): सुबह 9 बजते ही गुड़गांव में इमरजेंसी अलार्म बज गया। भूकंप के कारण बिल्डिंग गिरने और केमिकल रिसाव की सूचनाएं जिला प्रशासन को मिली। पांच स्थानों पर भूकंप और रसायन रिसाव के कारण लोगों के मलबे में दबे होने की जानकारी मिली। सूचना मिलते ही राहत और बचाव दल को मौके पर भेजा गया जिन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। इस दौरान मलबे में दबे होने के कारण कुछ लोगों की जान चली गई तो दर्जनों लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भेजा गया।
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दरअसल, आपदा के समय गुड़गांव जिला प्रशासन की कितनी तैयारी है इसको लेकर आज एक बार फिर मॉक ड्रिल की गई। इस मॉक ड्रिल को सुरक्षा चक्र नाम दिया गया है। गुड़गांव समेत यह पांच जिलों में आयोजित की गई है। इस मॉक ड्रिल की थीम भूकंप और रसायन रिसाव रही। मॉक ड्रिल करने के लिए पांच स्थानों को चिन्हित किया गया था जिस पर पहुंची रेस्क्यू टीमों ने अपना-अपना बेहतर प्रदर्शन किया।
मॉक ड्रिल के दौरान जो भी खामियां मिली उन्हें नोट कर लिया गया ताकि अगली मॉक ड्रिल से पहले उन कमियों को दूर कर दिया जाए और विभागों के साथ बेहतर समन्वय बैठाकर राहत और बचाव के कार्य को तेजी से किया जा सके। पांच स्थानों के लिए ताऊ देवीलाल स्टेडियम में असेंबली पॉइंट बनाया गया था। पूरे मॉक ड्रिल को सीटीएम सपना यादव ने लीड किया।
जिला ट्रेनिंग ऑफिसर की मानें तो इस घटना में मॉक घायलों को फर्स्ट एड देने के साथ ही एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा गया। मॉक ड्रिल करने के दौरान जो भी कमियां उन्हें नजर आई उसे नोट कर लिया गया ताकि उन्हें दूर किया जा सके। वहीं, इस मॉक ड्रिल को लेकर लोगों में उत्साह भी देखने को मिला। कुछ नया सीखने के लिए युवा भी आगे आए।
फिलहाल मॉकड्रिल का अभ्यास पूरा कर रिपोर्ट आला अधिकारियों को सौंपी जा चुकी है। इस रिपोर्ट के आधार पर आला अधिकारियों द्वारा संबंधित विभागों को निर्देश दिए जाएंगे। अधिकारियों की मानें तो समय-समय पर होने वाले इस अभ्यास का मकसद हर विभाग को आपदा के समय के लिए तैयार रखना है।