Edited By Yakeen Kumar, Updated: 01 Aug, 2025 09:54 PM

कैथल एसीबी टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पिहोवा के लूखी गांव निवासी सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर (JE) को 3.90 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस मामले अन्य संभावित संलिप्त अधिकारियों की भूमिका भी जांच के घेरे में है।
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : कैथल एसीबी टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पिहोवा के लूखी गांव निवासी सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर (JE) को 3.90 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इस मामले अन्य संभावित संलिप्त अधिकारियों की भूमिका भी जांच के घेरे में है।
ACB इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि JE ने विभागीय ठेकेदार मनदीप मोर से कुल 10 लाख की मांग की थी। इससे पहले वह 3 लाख रुपये एडवांस ले चुका था और बकाया राशि आज लेते वक्त पकड़ा गया। यह रिश्वत एक सरकारी काम की पेमेंट रिलीज करवाने की एवज में मांगी गई थी। ठेकेदार ने जब एडवांस देने में असमर्थता जताई, तो JE ने सिक्योरिटी के तौर पर उससे चेक ले लिए थे। यही नहीं, आरोपी JE कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के नाम लेकर ठेकेदारों से पैसे वसूल करता था, जबकि उच्च अधिकारियों ने स्पष्ट कह रखा था कि उनके नाम पर किसी को भी पैसे न दिए जाएं।
फंसे ना इसलिए करता था व्हाट्सएप कॉल
मनदीप मोर ने बताया कि उन्होनें सोशल मीडिया पर ACB सहयोगी जंगी चीका के बारे में जानकारी देखी और उनसे संपर्क किया। इसके बाद कैथल एसीबी इंचार्ज इंस्पेक्टर महेन्द्र सिंह, रीडर ASI सुनील देतरवाल और जंगी चीका की टीम ने मिलकर ट्रैप रचा। JE राणा बेहद सतर्क था और सारी बातचीत केवल व्हाट्सएप कॉल्स पर करता था, जिसे जंगी ने रिकॉर्ड कर लिया। कई दिन की बातचीत, ऑडियो सबूत और रणनीति के बाद तय स्थान पर आज जब JE ने रिश्वत की रकम ली, तो ACB की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
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