Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 29 Jul, 2025 08:18 PM

गुड़गांव की एक कंपनी के सीए ने दिल्ली स्थित एक फ्लैट में सनसनीखेज तरीके से सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि सीए ने मुंह में हीलियम गैस भरकर खुदकुशी की। दिल्ली पुलिस ने सीए का शव को अपने कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी।
गुड़गांव, (ब्यूरो): गुड़गांव की एक कंपनी के सीए ने दिल्ली स्थित एक फ्लैट में सनसनीखेज तरीके से सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि सीए ने मुंह में हीलियम गैस भरकर खुदकुशी की। दिल्ली पुलिस ने सीए का शव को अपने कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस को मौके पर सीए द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें उसने मौत को जीवन का सबसे खूबसूरत बताते हुए लिखा कि मेरी मौत पर दुखी न हों। आत्महत्या करना बुरा नहीं है, क्योंकि मुझ पर किसी की जिम्मेदारी नहीं है और न ही कोई मुझसे भावनात्मक रूप से जुड़ा है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
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जानकारी अनुसार, हरियाणा के करनाल निवासी 25 वर्षीय धीरज कंसल गुड़गांव की एक कंपनी में चार्टर्ड अकाउंटेंट था। वर्षी 2003 में उसके पिता की मौत हो गई थी। जिसके बाद उसकी मां ने दूसरी शादी कर ली थी। उसके कोई भाई बहन भी नहीं है। धीरज गुड़गांव से सटे दिल्ली के महिपालपुर के एक पीजी में रह रहा था। वह वहां से गुड़गांव के लिए अप-डाउन करता था। धीरज ने 20 से 28 जुलाई तक एयरबीएनबी एप के माध्यम से बाराखंबा स्थित बंगाली मार्केट के पास वन बीएचके फ्लैट बुक किया था। जहां उसने हीलियम गैस मुंह में भरकर सुसाइड कर लिया। पुलिस के मुताबिक धीरज का शव बैड पर पीठ के बल पड़ा था और उसके मुंह में हीलियम सिलेंडर से जुड़ी पाइप लगी हुई थी। चेहरे पर मास्क और उस पर प्लास्टिक लिपटी हुई थी, जिसे गर्दन के पास सील किया गया था। पास ही सिलेंडर, मास्क और मीटर लगा हुआ उपकरण बरामद हुआ है। माना जा रहा है कि धीरज ने पाइप के सहारे मुंह में हीलियम गैस भर लिया था, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस को मौके पर सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें उसने अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया और मौत को जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा बताया।
हीलियम से सुसाइड का देश में पहला केस:
माना जा रहा है कि हीलियम गैस से सुसाइड का संभवत देश में यह पहला केस है। हीलियम गैस से सुसाइड का तरीका बेहद घातक माना जाता है। यह गैस शरीर में ऑक्सीजन की जगह ले लेती है, जिससे व्यक्ति को बिना संघर्ष और पीड़ा के दम घुटने से मौत हो जाती है।
सुसाइड नोट में मौत को जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा बताया
पुलिस को मिले नोट में धीरज कंसल ने लिखा था कि अगर उसकी फेसबुक पोस्ट डिलीट हो जाए, तो यह नोट उसके विचार व्यक्त करने के लिए है। उसकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। किसी को परेशान नहीं किया जाए। मेरे लिए मौत जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा है। कृपया मेरी मौत पर दुखी न हों, आत्महत्या करना बुरा नहीं है। मुझ पर किसी की जिम्मेदारी नहीं है और न ही कोई मुझसे भावनात्मक रूप से जुड़ा है।
महादेव ने अब तक जिंदा क्यों रखा:
वहीं सुसाइड नोट में धीरज ने लिखा कि जिंदगी में जितने इंसान मिले उन सभी ने बहुत अच्छा व्यवहार किया है। यह एक चमत्कार ही है कि दादी की मौत के बाद वह इतने साल तक जी गया। कई बार मैंने महादेव से पूछा कि मुझे जिंदा क्यों रख रहे हैं। लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
सोशल मीडिया पर लोगों के अच्छे होने की बात कही:
धीरज ने मरने से पहले अपने सोशल मीडिया पर लिखा, जिनसे भी मैं जिंदगी में मिला, वो सभी लोग बहुत अच्छे थे। हर एक इंसान मेरे प्रति बहुत दयालु था और फिर कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने सचमुच मेरी मदद की। मैं आज जो कुछ भी हूं, वो उनके बिना हासिल नहीं कर पाता। हालांकि मैंने कभी अपनी भावनाएं जाहिर नहीं की कि मेरी मदद के लिए मैं उनका कितना आभारी हूं। मैं आप सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मैं किसी का नाम नहीं लूंगा, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि आप में से कोई भी मुसीबत में पड़ें। मुझे यकीन है कि बिना नाम लिए भी आप सभी समझ जाएंगे। आप सभी के सहयोग के लिए शुक्रिया। मैं सचमुच आभारी हूं कि मैं आपसे मिला और आप मेरे जीवन का हिस्सा थे। मैं आपसे सच्चा प्यार करता था और आपका सम्मान करता था।