Edited By Shivam, Updated: 22 Sep, 2019 04:41 PM
रेवाड़ी में एक ग्रामीण को लड़की को जबरन बाइक पर ले जा रहे चार युवकों को रोकना महंगा पड़ गया। चारों युवकों ने ग्रामीण को लाठी डंडों से पीटकर अधमरा कर दिया। घायल ग्रामीण को रेवाड़ी को ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया है।
रेवाड़ी(महेंद्र भारती): रेवाड़ी में एक ग्रामीण को लड़की को जबरन बाइक पर ले जा रहे चार युवकों को रोकना महंगा पड़ गया। चारों युवकों ने ग्रामीण को लाठी डंडों से पीटकर अधमरा कर दिया। घायल ग्रामीण को रेवाड़ी को ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया है। ग्रामीण बकरी चराने का काम करता हैै। वहीं ग्रामीण के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उनकी कोई मदद की और न ही मामला दर्ज किया।
शुक्रवार शाम 3 बजे जीवड़ा-गुरावड़ा सड़क मार्ग पर जब गांव पाल्हावास निवासी सतपाल बकरियों को चरा रहा था तो दो बाइकों पर सवार चार युवक एक लड़की को लेकर होकर वहां पहुंचे।
सतपाल के अनुसार युवकों ने लड़की को जबरन बाइक पर बिठा रखा था और वह मदद के लिए चिल्ला रही थी। जब उसने लड़की को उनके चंगुल से छुड़वाने का प्रयास किया तो दो युवक लड़की को लेकर फरार हो गए और बाकी दो युवकों ने उस पर लाठी-डंडों से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।वे उसे मारने की नीयत से हमला करते रहे और जब वह बेहोश हो गया तो उसे मरा समझ कर फरार हो गए। करीब एक घंटे के बाद जब उसे होश आया तो खून से लथपथ था।
लोगों की मदद से वह गांव पहुंचा और परिजनों को इसकी सूचना दी। सतपाल के अनुसार लड़की के चेहरे को युवकों ने बुरी तरह से खरोंचा हुआ था। लड़की डरी व सहमी हुई थी और मदद की गुहार लगा रही थी।सतपाल की पत्नी बाला देवी व बेटे रविंद्र का आरोप है कि जब वे गंभीर रूप से घायल सतपाल को लेकर पाल्हावास चौकी पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उनकी कोई मदद नहीं की और न ही मामला दर्ज किया। पुलिसकर्मियों ने उनको यह कहकर भेज दिया कि पहले उसे अस्पताल में भर्ती कराओ। तत्पश्चात वे सतपाल को लेकर रेवाड़ी के ट्रोमा सेंटर पहुंचे और भर्ती कराया।
वहीं पुलिस कार्यप्रणाली से रोषित ग्रामीण एकत्रित होकर शनिवार को पाल्हावास चौकी जा पहुंचे और रोष व्यक्त किया। हमले में सतपाल के सिर में गंभीर चोट लगी है। उसे सिर में आठ टांके आए हैं। गांव पाल्हावास के समाजसेवी अनिल आर्य ने कहा कि पुलिस पीड़ितों की मदद करने की बजाए परेशान कर रही है। उनकी अभी तक रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई है। पुलिस को चाहिए कि हमलावरों को पकड़ा जाए और उनसे लड़की को बरामद कर उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाए।