Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 31 Jul, 2025 09:12 PM

नूंह में पुलिस द्वारा ओवरलोड डंपरों से अवैध वसूली करने के आरोप में फिरोजपुर झिरका थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी अमन यादव सहित दलालों और पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
नूंह, (ब्यूरो): नूंह में पुलिस द्वारा ओवरलोड डंपरों से अवैध वसूली करने के आरोप में फिरोजपुर झिरका थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी अमन यादव सहित दलालों और पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। यह करवाई हाई कोर्ट के आदेश पर की गई है। कार्रवाई के बाद जिले में हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले से जिला फिर एक बार सुर्ख़ियों में आ गया है। अप्रैल महीने में फिरोजपुर झिरका थाना प्रभारी पर डंपरों को निकालने के नाम पर अवैध वसूली व मंथली के रूप में लाखों रुपए लेने के आरोप डंपर मालिकों ने लगाए थे। डंपर मालिकों ने कहा कि उनकी हर महीने मंथली जाती है,उसके बाद भी फिरोजपुर झिरका थाना प्रभारी द्वारा उन्हें परेशान किया गया। 5 अप्रैल की रात एसएचओ अमन यादव ने एक डंपर के सामने काटे डालकर उसके टायर फाड़ दिए थे। जिसके बाद यह मामला मीडिया में उठा और डंपरों मालिकों ने पुलिस अधिकारियों को शिकायत दी।
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शिकायत में डंपर मालिक परवेज तत्कालीन फिरोजपुर झिरका थाना प्रभारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि गत 5 अप्रैल की रात उनका डंपर राजस्थान की ओर से फिरोजपुर झिरका होते हुए जा रहा था। तभी फिरोजपुर झिरका सदर थाना के सामने खड़ी पीसीआर की गाड़ी ने उनके डंपर को रुकवा लिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि उक्त गाड़ी की मंथली हर महीने थाने में पहुंच जाती है और उन्होंने एंट्री जमा कराने वाले दलाल को जब इस बारे में बताया तो उन्होंने पुलिस से बात करके उसके डंपर को छुड़वा दिया। डंपर मालिक ने बताया कि जैसे ही उनका डंपर महू चोपड़ा के पास पहुंचा तो थाना प्रभारी निजी कार में आए और उन्होंने डंपर के टायरों के नीचे लोहे की कांटे फेंक दिए, जिससे टायर फट गए।
उन्होंने आरोप लगाया था कि जब ड्राइवर ने इसका विरोध किया तो थाना प्रभारी अमन यादव ने ड्राइवर को अपनी निजी गाड़ी में बैठा लिया और मारपीट करते हुए थाना ले गया। बाद में कुछ पुलिस कर्मियों को डंपर लाने के लिए भेज दिया। डंपर मालिक ने बताया कि जब पुलिसकर्मी डंपर को थाने ले जा रहे थे, तो चारों टायर पूरी तरह फट गए। कई बार पुलिस अधिकारियों से फटे हुए टायरों पर डंपर चलाने के लिए मना किया गया,लेकिन उन्होंने गुंडागर्दी करते हुए झूठे मुकदमे में फ़साने की बात कही। जानकारी देते हुए डंपर मालिक ने कहा कि दलालों के मार्फ़त हर महीने उनकी गाड़ी की इंट्री थाने में जमा होती है, इतना ही नहीं जो दलाल पुलिस को इंट्री जमा कराते हैं वो भी हर रोज़ सभी नाकों से पैसे लेकर गाड़ियों को निकलवाते है।
5 दलालों के मार्फत जाती है मंथली
उस समय डंपर मालिक ने पुरे नेटवर्क का खुलासा करते हुए कहा कि क्षेत्र में 5 दलाल सक्रिय है। सैंकड़ों डंपर आए दिन यहां से गुजरते हैं,जिनकी लाखों रुपए मंथली पुलिस दलालों के मार्फत लेती है। पुलिस नाकों के सामने से उसी डंपर को निकाला जाता है,जिस डंपर की एंट्री दलालों द्वारा की जाती है। डंपर मालिक ने यहां तक आरोप लगाए है कि तत्कालीन थाना प्रभारी ड्राइवरों से नूंह पुलिस अधीक्षक के नाम पर पैसे वसूलते थे। जिसके बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद में उन्होंने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अब जाकर बीती रात मुकदमा दर्ज हुआ है।