Edited By Pawan Kumar Sethi, Updated: 21 Jul, 2025 08:44 PM

मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने का डर दिखाकर डिजिटली अरेस्ट करने के मामले में साइबर क्राइम वेस्ट थाना पुलिस ने दो युवकों को राजस्थान के कोटा से गिरफ्तार किया है।
गुड़गांव, (ब्यूरो): मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने का डर दिखाकर डिजिटली अरेस्ट करने के मामले में साइबर क्राइम वेस्ट थाना पुलिस ने दो युवकों को राजस्थान के कोटा से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने साइबर ठगों को बैंक खाता बेचे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ करने के बाद अदालत में पेश करके जेल भेज दिया है। पुलिस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।
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दरअसल, साइबर क्राइम वेस्ट थाना पुलिस में 30 मार्च को एक व्यक्ति ने शिकायत देकर बताया कि उसके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने पुलिस अधिकारी बनकर मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने का डर दिखाया और डिजिटल अरेस्ट करके उससे रुपये ट्रांसफर कराए लिए थे। पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करके कार्रवाई शुुरु कर दी। मामले में कार्रवाई करते हुए एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान की अगुवाई में साइबर क्राइम वेस्ट थाना प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप कुमार की टीम ने बैंक खाता धारक सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनकी पहचान कोटा (राजस्थान) के इंद्रा बस्ती निवासी अरबाज मंसूरी (19 वर्ष) और गोविंद नगर के मोहम्मद फरहान (19 वर्ष) के रूप में हुई है। पूछताछ में पता चला कि मामले में ठगी गई राशि में से करीब 2.50 लाख रुपये आरोपी अरबाज मंसूरी के बैंक खाते में ट्रांसफर हुए थे।
आरोपी अरबाज ने अपना बैंक खाता 10 हजार रुपये में आरोपी मोहमद फरहान को बेचा था। आरोपी मोहम्मद फरहान ने यही बैंक खाता किसी अन्य व्यक्ति को 20 हजार रुपये में बेचा दिया। इसके बाद साइबर ठगों ने अरबाज मंसूरी के बैंक खाते को ठगी के रुपये ट्रांसफर करने के लिए प्रयोग किया।