Edited By Isha, Updated: 05 Sep, 2025 08:42 AM

: समालखा के एक किसान को उसके बैंक अकाउंट मे 500 करोड रूपए के फर्जी लेनदेन का भय दिखाकर ईडी के कथित अधिकारियो द्वारा करीब नौ घंटे तक डिजीटल अरेस्ट करके रखा गया। घटना दो दिन पहले की बताई जा
समालखा (विनोद लाहोट\सचिन शर्मा): समालखा के एक किसान को उसके बैंक अकाउंट मे 500 करोड रूपए के फर्जी लेनदेन का भय दिखाकर ईडी के कथित अधिकारियो द्वारा करीब नौ घंटे तक डिजीटल अरेस्ट करके रखा गया। घटना दो दिन पहले की बताई जा रही है जिस पर आज डीएसपी के हस्तक्षेप के बाद संज्ञान लिया गया। किसान के मुताबिक ईडी के अधिकारी दिल्ली के दरियागंज थाना से मविडियो काल कर रहे थे।इस मामले मे किसान के साथ किसी प्रकार की ठगी का कोई समाचार नही है। फिलहाल मामला साइबर हैल्प डेस्क को भेजा गया है।
समालखा के वार्ड नंबर 2 भापरा के निवासी किसान प्रवेश ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि मंगलवार को सुबह करीब साढे 11 बजे अपने घर के कमरे मे बैठा हुआ था उसी समय उसके मोबाइल पर एक विडियो काल आई। किसान प्रवेश के अनुसार सामने से विडियो काल करने वाले अपने आप को ईडी के अधिकारी बता रहे थे। उन्होने किसान को दरियागंज थाने का हवाला देते हुए थाने का दो मिनट तक दृश्य भी दिखाया। तथाकथित ईडी अधिकारियो ने किसान के बैक खाते से करीब 500 करोड रूपए के फर्जी लेनदेन होने का जिक्र करते हुए किसान से उसके आधार कार्ड,पैन कार्ड से लेकर बैक खातो की पूरी जानकारी ली।
यहा तक की उन्होने किसान से उसका वजन तक भी पूछा। किसान प्रवेश ने बताया कि ईडी अधिकारीयो ने उसे डराया धमकाया कि वह इसके बारे किसी को न बताये। उसके घर के पांच किलोमीटर के दायरे मे पुलिस तैनात कर रखी है वह भागने की कोशिश न करे। कथित ईडी अधिकारियो ने किसान को उसके ही कमरे मे डिजीटल अरेस्ट करके रखा। जब वह काफी देर तक कमरे से बाहर नही निकला तो परिजन उसके कमरे मे पहुंचे तो घटना की जानकारी होने पर परिजनो की सूचना पर पहुंची समालखा चौकी पुलिस ने आकर उसकी काल डिस्कनेक्ट करवाई। लेकिन चौकी पुलिस ने इस मामले मे कोई तत्परता नही दिखाई ओर मामला ठंडे बस्ते मे डाल दिया।
जब पत्रकारो ने यह मामला समालखा डीएसपी नरेंद्र कादियान के संज्ञान मे लाया गया तो डीएसपी के हस्तक्षेप के बाद पुलिस हरकत मे आई,ओर मामला साइबर डेस्क को जांच कर कार्रवाई के लिए भेजा गया है। इस संदर्भ मे डीएसपी नरेंद्र कादियान ने कहा कि कोई भी जांच एजेंसी डिजीटल अरेस्ट नही करती इसलिए लोगो को इससे डरने की जरूरत नही है। यह साइबर अपराधी है।अगर किसी के पास कोई विडियो काल आती है तो तुरंत काल डिस्कनेक्ट करके साइबर सैल को 1930 नंबर पर पुलिस को सूचित करे।