Edited By vinod kumar, Updated: 04 Apr, 2020 12:30 PM
रादौर के गांव बकाना में उस वक्त ग्रामीणाें में हड़कंप मच गया जब एक महिला सहित पांच लोगों के पहुंचने की उन्हें सुचना मिली। जिसके बाद गांव की सरपंच द्वारा इसकी जानकारी तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दी गई। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में...
रादाैर(कुलदीप): रादौर के गांव बकाना में उस वक्त ग्रामीणाें में हड़कंप मच गया जब एक महिला सहित पांच लोगों के पहुंचने की उन्हें सुचना मिली। जिसके बाद गांव की सरपंच द्वारा इसकी जानकारी तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दी गई। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पंहुची और सभी की जांच कर उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया।
दरअसल, ग्रामीणों को लगा की यह सभी लोग दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात से लौटे हैं, जबकि ये सभी लोग अलग-अलग जगह से अपने रिस्तेदारी व अन्य जगह से लौटे थे। वहीं गांव की महिला सरपंच के पति शिवदास ने बताया की लॉकडाउन के बावजूद लोगों द्वारा लगातार इसकी अवहेलना की जा रही है। ऐसे में इन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए।
इस बारे एसएमओ डाॅ. विजय परमार ने बताया कि सूचना मिलने पर तुरंत टीम को मौके पर भेज कर जानकारी ली गई और चैक किया गया। महिला स्वस्थ है, फिर भी एहतियात के तौर पर उसे क्वारंटाइन किया गया है। उन्होंने बताया की रादौर क्षेत्र में अब तक बाहर से आने वाले 163 लोगों को क्वारंटाइन किया गया था, जिनमें से 71 ऐसे लोग है जो अभी क्वारंटाइन किए गए हैं, जबकि बाकी के 28 दिन का पीरियड पूरा कर चुके हैं।
कोरोना महामारी से एकतरफ जहां पूरा विश्व थर्रा गया है, वहीं आज भी कुछ लोग इसे मामूली बीमारी समझ दिन-रात लॉकडाऊन के नियम तोड़ने में लगे हैं। अधिकतर लोग या तो झुंड बनाकर खड़े हैं या बेवजह घरों की लक्ष्मण रेखा लांघ रहे हैं। इनमें सबसे खतरनाक काम रात के अंधेरे में उन लोगों द्वारा किया जा रहा है, जो एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैष ऐसे लोग अपने परिवार के साथ-साथ पूरे देश को खतरे में डालने का काम कर रहे हैं।