पकड़े गए वाहनों से हुआ खुलासा, फर्जी कागजात के जरिए लगाया जा रहा था चूना

Edited By Shivam, Updated: 05 Dec, 2020 03:41 PM

revealed from caught vehicles lime was being planted through fake papers

यमुनानगर डीटीओ द्वारा ओवरलोड में पकड़े गए दो ट्रकों की जांच करते समय बिलों में फर्जीवाड़ा सामने आया है। इससे हरियाणा व हिमाचल में कई स्तरों पर जांच आरंभ हो चुकी है। वहीं यमुनानगर में पुलिस व आबकारी एवं कराधान विभाग में भी आपसी खींचतान सामने आई है।

यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता): यमुनानगर डीटीओ द्वारा ओवरलोड में पकड़े गए दो ट्रकों की जांच करते समय बिलों में फर्जीवाड़ा सामने आया है। इससे हरियाणा व हिमाचल में कई स्तरों पर जांच आरंभ हो चुकी है। वहीं यमुनानगर में पुलिस व आबकारी एवं कराधान विभाग में भी आपसी खींचतान सामने आई है।

यमुनानगर जिला के छछरौली इलाके में चेकिंग के दौरान डीटीओ ने दो ट्रक पकड़े। यह ट्रक तो पकड़े गए थे ओवरलोड में और इसी दौरान रवि कुमार नामक एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचित किया इस मामले में कागजात ई रवाना जाली है। जांच करने पर इसका पर्दाफाश हो सकता है। इसके बाद जब कागजात चेक किए गए तो मामले में संबंधित कागजात जाली पाए गए। इस संबंध में 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

डीएसपी राजेंद्र कुमार ने बताया कि जालिम निवासी बॉम्बेपुर द्वारा ई रवाना व इन्वॉयस के फर्जी कागजात तैयार करके सरकार को रिवेन्यू का नुकसान किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपियों का रिमांड लेकर और पूछताछ की जाएगी ताकि हिमाचल से इनके क्या कनेक्शन है, पता चल सके, क्योंकि हिमाचल में स्टोन क्रेशर के नाम से यह बिल थे। उन्होंने कहा कि इस मामले में पहले पुलिस जांच करेगी। हमें आवश्यक लगा तो इस मामले में डीईटीसी को सूचना दी जाएगी। मामले में जिस की भी जिम्मेवारी होगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

वहीं इसी मामले में जब हमने डीईटीसी अशोक पंचाल से बात की तो उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से उन्हें पता चला की दो गाडिय़ां पकड़ी गई हैं जिनके पास जाली पेपर थे। उन्होंने कहा कि इन कागजात की वेरिफिकेशन के लिए ईटीओ को संबंधित थाना भेजा गया था। लेकिन वहां उन्हें कोई कागजात नहीं दिए गए। उन्हें कहा गया कि लेटर भेजकर इनकी वेरिफिकेशन करवाएंगे। डीईटीसी ने कहा कि अब जो लेटर आएगा हम उस हिसाब से वेरिफिकेशन करके भेज देंगे।

इस मामले में सरकार को राजस्व का भारी नुकसान होने का अंदेशा है। वैसे ऐसे बिलों के मामले की जांच एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग द्वारा की जानी चाहिए, लेकिन फिलहाल इस मामले की जांच पुलिस द्वारा ही की जा रही है। यह मामला हरियाणा, हिमाचल के अलावा अन्य प्रदेशों से जुड़ा हुआ भी हो सकता है। मामला दोनों राज्यों के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वाला नजर आ रहा है। इसकी तह तक जाने की जरूरत है जिससे इसकी जड़ें कहां तक फैली हैं, उसका पता चल सके।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!