इनेलो का चौ. देवीलाल के वक्त वाला अस्तित्व शायद दोबारा नहीं लौट सकता: रणजीत चौटाला

Edited By vinod kumar, Updated: 24 Jun, 2021 08:03 PM

ranjit said inld s existence during devilal s time cannot return again

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की सजा पूरी कर वापसी के चलते जहां इनेलो कार्यकर्ताओं में उल्लास का माहौल है और उनकी उम्मीदें हैं कि इनेलो के पुराने दिन वापस लौटेंगे। वही राजनीति के धुरंधरों का इस बारे क्या निष्कर्ष है ? यह जानने के...

चंडीगढ़ (धरणी): प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला की सजा पूरी कर वापसी के चलते जहां इनेलो कार्यकर्ताओं में उल्लास का माहौल है और उनकी उम्मीदें हैं कि इनेलो के पुराने दिन वापस लौटेंगे। वही राजनीति के धुरंधरों का इस बारे क्या निष्कर्ष है ? यह जानने के लिए आज पंजाब केसरी ने प्रदेश के जेल एवं बिजली मंत्री चौधरी रणजीत चौटाला से बातचीत की। उन्होंने कहा कि इनेलो का जो अस्तित्व चौधरी देवीलाल के वक्त था, शायद वह दोबारा से नहीं लौट सकता। 

उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल के वक्त प्रदेश में पार्टी ने 90 में से 85 सीटें जीतकर एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जो कि आज तक अनुपात के हिसाब से किसी प्रदेश से नहीं टूट पाया। चौधरी देवीलाल के कारण लालू प्रसाद यादव, मुलायम सिंह यादव, चमन भाई पटेल जैसे लोग बड़े नेता बन पाए। देश का प्रधानमंत्री बनाने में चौधरी देवीलाल का एक बहुत बड़ा रोल रहा। आज इनेलो उस हैसियत में मुझे नजर नहीं आ रही।

पुराने कद्दावर नेताओं में से एक चौधरी रणजीत चौटाला ने हाल ही में किसान मोर्चा के एक ग्रुप द्वारा 26 जून के दिन काला दिवस मनाने की घोषणा पर भी चर्चा की। चौधरी रणजीत चौटाला ने कहा कि इमरजेंसी के वक्त उनकी उम्र 46 वर्ष थी और एक एक बात उन्हें अच्छी तरह से याद है। उन्होंने बताया कि आपातकाल के अगले दिन अखबारों के पेज भरे हुए नहीं बल्कि खाली आए थे। लोगों पर अत्याचार किया गया। एक प्रख्यात अखबार ने तो पूरे पेज पर कांटा मारकर यह संदेश जनता के बीच में भेजा कि लोकतंत्र में इससे ज्यादा धब्बे का दिन नहीं हो सकता। रातों-रात विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। 

जय प्रकाश को सोहना रेस्ट हाउस में लेकर जाया गया। मोरार जी देसाई, चंद्रशेखर, अटल बिहारी वाजपयी, आडवाणी और चौधरी देवीलाल जैसे बड़े नेताओं को जेलों में डाल दिया गया। 17-18 महीने तक चले आपातकाल के बाद जब रिपोल हुआ तो पूरे उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान एक तरफा से स्वीप हुआ था। इंदिरा गांधी एक भी सीट नहीं जीत पाई। जयप्रकाश नारायण ने पटना मैदान में सरकार के खिलाफ एक रैली का आयोजन किया। जिसमें बुजुर्ग नेता पर पुलिस ने लाठियां बरसाई। लेकिन लाठियों की परवाह किए बगैर नारा दिया गया कि सत्ता बदल देंगे। लालू और मुलायम उसी आंदोलन में नेता बने।

बता दें कि आपातकाल से देश का हर वर्ग और हर व्यक्ति प्रभावित हुआ। वहीं मीडिया जगत भी इससे अछूता नहीं रहा। इमरजेंसी के दौरान मीडिया जगत सत्ताधारी दल की जड़ों को हिला सकता था। इसी के चलते इंदिरा गांधी ने देश के चौथा स्तंभ माने जाने वाले मीडिया जगत को भी कुचलने का काम किया। पंजाब केसरी जैसे बड़े और विश्वसनीय ग्रुप पर भी इसका संकट आन पड़ा। पंजाब केसरी ग्रुप की बिजली तक काट दी गई। लेकिन इससे पंजाब केसरी का हौसला नहीं टूटा और ट्रैक्टरों द्वारा इस संस्थान ने अपना काम जारी रख अपनी बात को जन जन तक पहुंचाया।

इस दौरान पर बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने किसान आंदोलन पर भी खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जीवन काल में बहुत से आंदोलन देखें। लेकिन कोई आंदोलन 4-6 महीने से लंबा नहीं चला। आज सरकार खुले मंच से किसानों से बात करना चाहती है। जो भी कमी किसानों को लगती है, उसे सरकार दूर करने को तैयार है। एमएसपी की गारंटी का वायदा खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में किया। पराली के मामले के समाधान के लिए एक्ट बनाने का वायदा किया। बिजली का खर्चा नहीं बढ़ने का वायदा किया। सिविल कोर्ट मंजूर न होने पर ज्यूडिशली में जाने की पावर की बात कही। 11 मिटिंग हो चुकी है। 

किसान और सरकार दोनों इस आंदोलन को खत्म करना चाहते हैं। मेरा मानना है कि किसानों को भी सोचना चाहिए और सरकार को थोड़ा बड़ा दिल करके इस आंदोलन को निपटाने की तरफ कदम उठाने चाहिए। आज किसान सबसे ज्यादा तकलीफ में है। बुरी हालत में है। 1 लाख की लागत वाला रेहड़ी चालक 5 हजार रोजाना कम आता है। लेकिन 5 एकड़ जमीन का मालिक जिसकी कीमत सवा करोड़ है। उसके बच्चों का नाम फीस न भरने के कारण स्कूल से कट जाता है। लड़की के आने पर 500 रुपए उधार लेने पड़ते हैं। ज्यादा बचत न होने के कारण जापान से अमेरिका तक केवल 2 से 7 फीसदी ही लोग खेती करते हैं।

चौधरी रणजीत चौटाला ने बिजली विभाग से जुड़ी कई जानकारियां भी साझा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश का बिजली विभाग बहुत बड़ा विभाग है। जिसमें बहुत से थर्मल हैं। 30000 करोड़ रुपए की सालाना खरीद की जाती है। आज लाइन लॉस (बिजली चोरी) पर काफी हद तक रोक लगाई गई है। जिससे कई हजार करोड़ का फायदा विभाग को हुआ है। प्रदेश के 68 सौ गांवों में से 53 सौ गांवों में 24 घंटे बिजली देने का काम कर रहे हैं। गुरुग्राम और पंचकूला को जल्द ही इनवर्टर फ्री जिले घोषित करने की तैयारी की जा रही है। 1966 में हरियाणा का जन्म हुआ और आज हम मोटरसाइकिल, कार, ट्रैक्टर और बहुत सी इंडस्ट्री में देश में नंबर वन पर है। प्रदेश के युवा देश में सबसे अधिक मेडल ला रहे हैं। यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।

इसके साथ ही  चौटाला ने राम रहीम मामले पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि राम रहीम को दो बार तकलीफ होने पर पीजीआई ले जाकर टेस्ट करवाए गए। एक आध टेस्ट पीजीआई में उपलब्ध न होने के कारण मेदांता में ले जाया गया। लेकिन टेस्ट की रिपोर्ट ठीक आई। जो कि चिकित्सकों द्वारा दवाइयां रिकमेंट की गई, उनका ट्रीटमेंट पूरा करवाया गया है। उन्होंने कहा कि राम रहीम एक कैदी के रूप में हमारे पास हैं और उनकी सिक्योरिटी रखना हमारा फर्ज है।
 

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