Edited By Isha, Updated: 09 Aug, 2025 01:28 PM

इकोनॉमिक सैल फतेहाबाद ने करोड़ों रुपयों के धान फर्जीवाड़ा प्रकरण का भंडाभोड़ करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान भूपिंद्र सिंह निवासी बुर्ज, बलिहार सिंह निवासी रतिया और केवल सिंह निवासी नन्हेड़ी के रूप में हुई है।
रतिया: इकोनॉमिक सैल फतेहाबाद ने करोड़ों रुपयों के धान फर्जीवाड़ा प्रकरण का भंडाभोड़ करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान भूपिंद्र सिंह निवासी बुर्ज, बलिहार सिंह निवासी रतिया और केवल सिंह निवासी नन्हेड़ी के रूप में हुई है। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया।
इकोनॉमिक सैल प्रभारी निरीक्षक संदीप कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने वर्ष 2020 की खरीफ सीजन दौरान मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर गिरफ्तार किए गए आरोपी।
अन्य व्यक्तियों की भूमि का फर्जी पंजीकरण कर सरकारी खरीद एजेंसियों के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की विक्री की। इस फर्जीवाड़े में माकीट कमेटी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग तथा हरियाणा राज्य गोदाम निगम के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत की भी आशंका है। आरोप है कि इन व्यक्तियों ने अन्य राज्यों से सरते दागों पर धान खरीदकर उसे हरियाणा में एम.एस.पी. दर पर बेचकर करोड़ों रुपयों का अवैध लाभ कमाया है और सरकार को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। जांच के दौरान अन्य संलिप्त व्यक्तियों व संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों की भूमिका का भी गंभीरता से परीक्षण किया जाएगा।