Edited By Shivam, Updated: 03 Dec, 2020 12:41 AM

एक तरफ जहां किसान अपनी खेती को बचाने के लिए कृषि कानूनों के विरोध में लगातार प्रदर्शनरत हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ भ्रष्ट अधिकारी किसान को ही लूटने में लगे हैं।
कैथल (जोगिंदर कुंडू): एक तरफ जहां किसान अपनी खेती को बचाने के लिए कृषि कानूनों के विरोध में लगातार प्रदर्शनरत हैं तो वहीं दूसरी ओर कुछ भ्रष्ट अधिकारी किसान को ही लूटने में लगे हैं।
कैथल के गांव प्योदा में एक पटवारी द्वारा किसान से जमीन के इंतकाल के नाम पर 2500 रुपये की रिश्वत मांगी गई, जिसमें विजिलेंस विभाग ने आरोपी पटवारी मंजीत को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है और अब कोरोना टेस्ट के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।
विजिलेंस इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि पटवारी ने किसान से उसकी जमीन के इंतकाल को ठीक करने के लिए 2500 रुपये मांगे थे जिसमें 1000 रुपये पहले दे दिए गए थे, जिसके बाद किसान ने हमें सूचना दी और अब 1500 रुपये के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।