Edited By Manisha rana, Updated: 18 Oct, 2020 03:46 PM
कोरोना महामारी से बचने के लिए देश के प्रधानमंत्री को लॉकडाउन की घोषणा करनी पड़ी थी। जिसके चलते न केवल लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, बल्कि लोगों की नौकरियां भी चली...
जींद (अनिल राठी) : कोरोना महामारी से बचने के लिए देश के प्रधानमंत्री को लॉकडाउन की घोषणा करनी पड़ी थी। जिसके चलते न केवल लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा, बल्कि लोगों की नौकरियां भी चली गई। जिसके चलते बहुत से लोगों को घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। इसी परेशानी और आर्थिक संकट के चलते दिल्ली से सटे फरीदाबाद में एक नहीं बल्कि दो -दो लोगों ने अलग -अलग इलाके में एक ही दिन में फांसी का फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली। पीड़ित परिवारों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद आए आर्थिक संकट के चलते ही दोनों ने ऐसा कदम उठाया है।
मृतक अशोक के परिजनों ने बताया कि वह शादीशुदा था और बच्चे भी थे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से पहले सब ठीक चल रहा था लेकिन लॉकडाउन की वजह से अशोक की नौकरी चली गई तो घर में आए दिन झगड़े रहने लगे। इसी से परेशान होकर उसने मौत को गले लगा लिया। वहीं मृतक आजाद के परिजनों ने बताया कि आजाद भी शादीशुदा था उसके भी बच्चे थे, लेकिन लॉकडाउन में आए आर्थिक संकट के चलते उसे घर का खर्च चलाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। उसी के चलते आजाद ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। दोनों घटनाएं फरीदाबाद में अलग-अलग इलाकों में घटी, लेकिन एक ही दिन फरीदाबाद में लॉकडाउन से आए आर्थिक संकट के चलते दो-दो लोगों ने मौत को गले लगा लिया।