Edited By Vivek Rai, Updated: 19 May, 2022 08:41 PM
आवारा पशुओं का हल कब निकलेगा इस सवाल का जवाब ना तो प्रशासन के पास है औऱ ना ही सरकार के। आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं जहां ये आवारा पशु अपना आतंक मचाते हुए लोगों की परेशानी बढ़ा देते हैं।
हिसार(संदीप): आवारा पशुओं का हल कब निकलेगा इस सवाल का जवाब ना तो प्रशासन के पास है औऱ ना ही सरकार के। आए दिन ऐसे मामले सामने आते हैं जहां ये आवारा पशु अपना आतंक मचाते हुए लोगों की परेशानी बढ़ा देते हैं।
लेकिन ताजा मामले में तो ये आवारा पशु मौत का कारण बन गए। दरअसल, पूरा मामला हांसी की रामलाल कॉलोनी का है। जहां के रहने वाला सोनू अब इस दुनिया में नहीं रहा। सोनू पर एक सांड का कहर ऐसा बरपा की उसकी जान ले ली। दरअसल, सोनू मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने दोस्त को छोड़ने के लिए बस स्टेंड पर जा रहा था। इसी दौरान मौची महोल्ले में सामने से भागते हुए आ रहे साड़ ने सोनू को टक्कर मार दी। जिसके कारण सोनू की छाती में सिंग जा घूसा और साड़ ने उसे उठाकर हवा में उछाल दिया। जिससे सोनू गंभीर रुप से घायल हो गया।
मौके पर मौजूद लोगों ने सोनू की हालत को देखते हुए अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों का कहना है कि खून ज्यादा बहने के कारण सोनू की मौत हुई है।
बताया जा रहा है कि सोनू खेतीबाड़ी कर परिवार को गुजारा करता था। सोनू के परिवार में उसके बाद उसका छोटा भाई व उसकी मां है। पिछले एक महीने में सोनू के परिवार में दो मौते हो चुकी है। करीब 1 महीने पहले बिमारी के चलते सोनू के पिता बलवान सिंह की मौत हो गई थी। जबकि करीब 20 दिन पहले ही सोनू की बुआ की मौत हो गई थी। परंतु अब सोनू की मौत की खबर ने परिवार को तोड़ कर रख दिया है। सोनू की मां भी कई दिनों से बीमार है और सोनू ही उसकी देखभाल करता था।
वहीं हांसी परिषद द्वारा करीब 5 महीने पहले ही बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए टेंडर दिया था। परंतु यह टेंडर कुछ दिनों तक ही चल पाया। ठेकेदार के बीमार होने के बाद बेसहारा पुशओं को पकड़ने का अभियान भी बीमार पड़ गया। उसके बाद इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। हालांकि परिषद के अधिकारियों का कहना है कि ठेकेदार का टेंडर कैंसल कर दिया गया था और उसे कोई पेमेंट भी नहीं की गई है।
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