Edited By Isha, Updated: 28 Mar, 2020 11:32 AM
2 दिन से भूखे पेट और पल-पल परिवार से मिलने की चाह को लेकर रास्ते मे फंसे ट्रक ड्राइवरों पर शायद सरकार या प्रसाशन की निगाह नहीं पड़ी है। खाली सड़क पर टकटकी लगाए मदद की बाट जोह रहे ट्रैक ड्राइवरों को बस अब सरका
रोहतक(दीपक)- 2 दिन से भूखे पेट और पल-पल परिवार से मिलने की चाह को लेकर रास्ते मे फंसे ट्रक ड्राइवरों पर शायद सरकार या प्रसाशन की निगाह नहीं पड़ी है। खाली सड़क पर टकटकी लगाए मदद की बाट जोह रहे ट्रैक ड्राइवरों को बस अब सरकार से उम्मीद है कि वो उन्हें निकाल कर घर तक पहुचा दे ताकि वो भी परिवार के साथ रहे। लॉक डाउन के चलते काफी संख्या में ट्रैक बीच रास्ते मे ही फंसे है और उनके पास खाने पीने के लिए कुछ भी नही है।
सड़को पर सरपट दौड़ती ट्रक ड्राइवरों की जिंदगी कोरोना महामारी की वजह से थम सी गई है।एक जगह से दूसरी जगह तक माल ढोने वाले ट्रक आज सड़को पर खड़े दिखाई दे रहे है वो भी बेबसी में। देश मे सम्पूर्ण लॉक डाउन होने से पहले ही अपने एक स्थान से हजारो किलोमीटर दूर तक माल लेकर जाने वाले ट्रैक रास्ते मे ही फंस गए हैं। सबसे मुसीबत की बात तो ये है कि ये ड्राइवर दो दिनों से भूखे है, इनके पास न पानी है और न ही खाना,वो इसलिए कि कोरोना वायरस के चलते पूरा देश बंद है और सड़कों पर बने होटल भी।ड्राइवरों को बस अब सरकार से ही उम्मीद है कि उन्हें खाना और पानी उपलब्ध करवाए यही नही घर में इंतज़ार कर रहे उनके परिवारों तक भी पहुचाए। वही रास्ते मे फंसे ट्रैक ड्राइवरों का कहना है कि दो दिनों से खाना व पानी नही मिला है क्योंकि होटल सारे बंद है। उन्होंने कहा कि उन्हें भी पता है की कोरोना वायरस के चलते कर्फ्यू जैसे हालात है,लेकिन वो लॉक डाउन होने से पहले ही माल लेकर चले थे और अब रास्ते मे फंस गए है।
ड्राइवरों ने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि यहाँ तक वो पुलिस वालों को पैसे दे दे कर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार कम से कम उन लोगो को तो घर तक पहुँचाए जो लॉक डाउन होने से पहले चले थे। ग़ौरतलब है कि देश मे लॉक डाउन का आज तीसरा दिन है और रास्ते मे फंसे इन ट्रैक ड्राइवरों को भी उम्मीद है कि सरकार उन्हें भी खाना व घर तक पहुचाएगी ताकि वो भी अपने परिवार के पास रह सके।