Edited By vinod kumar, Updated: 12 Jan, 2020 11:22 AM
अपने रोजगार को लेकर अतिथि अध्यापक अपने परिवार के साथ विधायक घनश्याम दास अरोड़ा के निवास स्थान पर पहुंचे। इस मौके पर अतिथि अध्यापकों ने अपने परिवार सहित हरियाणा अतिथि अध्यापक सेवा सुरक्षा बिल-2019 में संशोधन हेतु एक ज्ञापन सौंपा। इस कार्यक्रम की...
यमुनानगर(ब्यूरो): अपने रोजगार को लेकर अतिथि अध्यापक अपने परिवार के साथ विधायक घनश्याम दास अरोड़ा के निवास स्थान पर पहुंचे। इस मौके पर अतिथि अध्यापकों ने अपने परिवार सहित हरियाणा अतिथि अध्यापक सेवा सुरक्षा बिल-2019 में संशोधन हेतु एक ज्ञापन सौंपा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता खंड जगाधरी प्रधान भूषण जगदीप की। इस अवसर पर 22 महिला राज्य कार्यकारिणी सदस्य बहन मीनू गुप्ता ने कहा कि हरियाणा अतिथि अध्यापकों द्वारा शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कार्य में अग्रणी भूमिका निभाने के बावजूद उनका मानसिक शोषण किया जा रहा है।
संघ कोषाध्यक्ष वीनस ने कहा कि पिछले 14 वर्षों से 14 हजार अतिथि अध्यापकों को बहुत ही कम वेतनमान दे रहे हैं। यदि दे भी रहे हैं तो कई स्कूल मुखिया उनका वेतनमान नहीं निकाल रहे हैं। पहले 3 प्रतिशत महंगाई भत्ते के आधार पर वेतनमान दिया जा रहा था। अब जबकि अतिरिक्त 5 प्रतिशत महंगाई भत्ते से कुछ स्कूल मुखिया वेतनमान दे रहे हैं, वहीं कुछ कह रहे हैं पत्र दिखाएं, जबकि हरियाणा अतिथि अध्यापक सेवा सुरक्षा बिल अनुसार ऐसा कुछ नहीं लिखा है। इसके अलावा कुछ तो धमकियां भी दे रहे हैं।
कुछ सरप्लस अतिथि अध्यापकों का वेतनमान नहीं निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अतिथि अध्यापक अपनी ड्यूटी तन, मन, व लगन से निभा रहा है, इसके बावजूद उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। सचिव मुकेश दामला ने कहा कि जिला मुख्यालय, शिक्षा सदन पंचकूला में शिक्षा निदेशालय अधिकारी अतिथि अध्यापकों के शिष्टमंडल से सही रूप से आधिकारिक बातचीत तक नहीं करता। अगर हरियाणा सरकार नियमित नहीं करती है तो हरियाणा अतिथि अध्यापक आन्दोलन करने को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।
हरियाणा प्रदेश के अतिथि अध्यापकों की एकमात्र मांग नियमतीकरण के तहत पूरा वेतनमान, मैडीकल सुविधा, चिल्ड्रन भत्ता है, जिसके बारे ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर जीत सिंह, रमेश दामला, मनोज कम्बोज, विक्रम, अनिल कौशिक, संजीव कुमार, बहन मीनू, विजेता व दुर्गेश नंदनी मौजूद रहे हैं।