Edited By Gourav Chouhan, Updated: 09 Feb, 2023 05:24 PM

किसान नेताओं का कहना है कि वे 20 मार्च को दिल्ली की ओर रुख करेंगे। उनका कहना है कि सरकार ने किसानों के साथ वादाखिलाफी की है।
कुरुक्षेत्र(रणदीप) : अपनी लंबित मांगों को लेकर किसान एक बार फिर आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं। किसानों ने एक बार फिर बड़े आंदोलन का ऐलान कर दिया है। कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में बैठक कर संयुक्त किसान मोर्चा ने फिर से राजधानी की तरफ कूच करने का ऐलान कर दिया है। किसान नेताओं का कहना है कि वे 20 मार्च को दिल्ली की ओर रुख करेंगे। उनका कहना है कि सरकार ने किसानों के साथ वादाखिलाफी की है। इसलिए किसान एक बार फिर अपने हक के लिए आवाज उठाने के लिए तैयार हैं।
किसानों की लंबित मांगों को लेकर बड़े आंदोलन की चेतावनी
दरअसल गुरुवार को शहर की जाट धर्मशाला में संयुक्त किसान मोर्चा की एक अहम बैठक हुई, जिसमें देश भर से मुख्य पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। कई घंटों तक चली इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा ने कई अहम निर्णय लिए। एसकेएम के वरिष्ठ नेता युद्धवीर सिंह ने बताया कि किसानों की लंबित मांगों को लेकर वे एक बार फिर से आंदोलन का रुख इख्तियार करेंगे। उन्होंने कहा कि देशभर के किसान 20 मार्च को दिल्ली की ओर कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि राजधानी की सरहद पर डेढ़ साल आंदोलन करने के दौरान सरकार ने किसानों को आश्वासन देकर घर जाने के लिए कहा था। इतने समय बीत जाने के बाद भी सरकार ने किसानों की लंबित मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है। इसलिए एसकेएम की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि 20 मार्च को किसान दिल्ली की ओर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से किसान बड़ा आंदोलन शुरू करने से पीछे नहीं हटेंगे।
एसकेएम बनाया अपना संविधान, 31 सदस्यीय कमेटी का होगा गठन
वहीं किसान नेता डॉक्टर सुनीलम ने कहा कि डेढ़ साल तक चले आंदोलन में किसानों ने काफी कुछ सीखा है। इसलिए इस बार संयुक्त किसान मोर्चा का एक संविधान बनाया जाएगा, जिसके आधार पर ही आगामी फैसले लिए जाएंगे। संगठन से जुड़ने वाले किसी भी किसान के लिए नियम कायदों का उल्लेख भी इसी संविधान में होगा। इसी के साथ संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 31 सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया जाएगा।
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