Edited By Saurabh Pal, Updated: 06 Nov, 2024 09:19 PM
यमुनानगर में पश्चिमी यमुना नहर को कई नाले दूषित कर रहे हैं। नालों में सीवरेज का पानी सीधा पश्चिमी यमुना नहर में गिराया जा रहा है। कहने को तो यमुनानगर के तीर्थ नगर के पास यमुना ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है।
यमुनानगर (सुरेंद्र मेहता) : यमुनानगर में पश्चिमी यमुना नहर को कई नाले दूषित कर रहे हैं। नालों में सीवरेज का पानी सीधा पश्चिमी यमुना नहर में गिराया जा रहा है। कहने को तो यमुनानगर के तीर्थ नगर के पास यमुना ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया गया है। जिसमें सीवरेज का पानी इकट्ठा होकर उसे साफ कर यमुना में गिराया जाता है। लेकिन बहुत कम यह ट्रीटमेंट प्लांट चलता है। अधिकतर नाले सीधे पश्चिमी यमुना नहर और यमुना में गिरते हैं, जो यमुना और पश्चिमी यमुना नहर को दूषित कर रहे हैं।
इसी को लेकर श्रद्धालुओं में रोष और गुस्सा है। श्रद्धालुओं का कहना है कि उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ हो रहा है। जब समय तय है छठ महापर्व का, तो उससे पहले नगर निगम को सफाई करवानी चाहिए।
पश्चिमी यमुना नहर के आसपास गंदगी की भरमार है, पश्चिमी यमुना नहर में गिर रहे नालों के कारण पश्चिमी यमुनानगर दूषित है और इस दूषित पानी में खड़े होकर उन्हें मजबूरन सूर्य को अर्द्ध देना पड़ेगा। पश्चिमी यमुना नहर को जाने वाले रास्तों पर भी साफ सफाई नहीं है।इलाके को जाने वाली सड़कों की हालत भी खस्ता है।
यमुनानगर नगर निगम के डिप्टी कमिश्नर विजय यादव का कहना है कि यमुना के आसपास छठ महापर्व को लेकर सफाई करवा ली गई है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी यमुना नहर में गिर रहे नालों को भी बंद करवा दिया गया है। लोगों की आस्था का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
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